ऑस्ट्रेलिया की टीम ने कप्तान माइकल क्लार्क की अगुआई में साल 2015 में पांचवीं बार वनडे विश्व कप की ट्राफी जीती थी। उस टूर्नामेंट में कंगारू टीम के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने अपनी गेंदबाजी से हर मुकाबले में कहर बरपाया था और अपनी टीम को विश्व विजेता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्टार्क को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर आफ द टूर्नामेंट’ चुना गया था।
मचाई थी तबाही
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज के मैच में 6 विकेट लेकर सभी को प्रभावित किया। उन्होंने इस मुकाबले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। मिचेल स्टार्क एक वक़्त पर हैट्रिक लेने की कगार पर पहुंच चुके थे, लेकिन वह इससे चूक गए। हालांकि, स्टार्क की लाजवाब गेंदबाजी भी ऑस्ट्रेलिया की टीम को उस मैच में जीत नहीं दिला सकी थी और कंगारू टीम एक विकेट से मुकाबला हार गई थी।
साल 2015 में खेले गए विश्व कप में कंगारू गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क के अलावा न्यूज़ीलैंड की टीम के ट्रेंट बोल्ट भी अपनी गेंदबाजी से विरोधी टीम के पसीने छुड़ा रहे थे। इन दोनों गेंदबाज़ों के बीच सबसे ज्यादा विकेट लेने की प्रतिस्पर्धा चल रही थी। उस टूर्नामेंट मेंट औसत के मामले में ट्रेंट बोल्ट स्टार्क से काफी आगे थे, लेकिन दोनों ने अंत में एक समान ही विकेट लिए थे।
इस साल भारत की मेज़बानी में विश्व कप 2023 खेला जाना है और ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की टीम के तेज़ गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क एक बार फिर से अपना जलवा बिखेरने की पूरी कोशिश करेंगे। तेज़ गति, उछाल और काफी अनुभव होने के कारण कंगारू टीम का यह गेंदबाज़ काफी खतरनाक हो जाता है और इसी वजह से भारतीय टीम के बल्लेबाज़ों को उनसे निपटने के लिए काफी तैयारी के साथ मैदान पर उतरने की ज़रुरत पड़ेगी, ताकि टीम इंडिया को विश्व कप जीतने में किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े।