नई दिल्ली SSY Vs SIP: बेटियों की शादी और पढ़ाई के लिए माता-पिता को काफी चिंता होती है। इसलिए ज्यादा निवेश पर रिटर्न देने वाली स्कीम की तलाश करते हैं। इस समय बेटियों के भविष्य के लिए निवेश के काफी सारे ऑप्शन हैं।
अगर आप बिना किसी रिस्क के निवेश करने की सोच रहे हैं तो आप सरकार के द्वारा चलाई जा रही एसएसवाई में निवेश कर सकते हैं। अगर रिस्क के साथ में निवेश करने की सोचते हैं तो आप म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
एसएसवाई स्कीम की डिटेल
देश की सरकार एसएसवाई स्कीम में 8.2 फीसदी की ब्याज पेश करती है। इसमें कम से कम 250 रुपये और मैक्जिमम 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। ये स्कीम 21 साल में मैच्योर हो जाती है। वहीं इस स्कीम में 15 सालों तक निवेश किया जाता है।
अगर निवशक हर फाइनेंशियल ईयर में निवेश नहीं करता है तो एसएसवाई खाता फ्रीज हो जाता है। एसएसवाई स्कीम में कोई जोखिम नहीं होता है और गारंटी के साथ में रिटर्न प्राप्त होता है। जिस कारण से माता-पिता के लिए ये बेहतरीन स्कीम साबित हो सकती है।
म्युचुअल फंड की डिटेल
अगर आप ज्यादा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको म्युचुअल फंड में निवेश करना होता है। बहराल इसमें रिस्क भी उठाना पड़ता है। म्युचुअल फंड शेयर बादार से लिंक्ड होता है। आप चाहें तो एसआईपी में निवेश कर सकते हैं। एसआईपी में आपको मंथली एक फिक्स रकम जमा करके मोटा पैसा जमा कर सकते हैं।
एसएसवाई स्कीम में कितना प्राप्त होता है रिटर्न
अगर आप एसएसवाई स्कीम में हर महीने 5 हजार रुपये का निवेश करते हैं तो आप एक साल में कुल 60 हजार रुपये और 15 सालों में 9 लाख रुपये का निवेश कर पाएंगे। 15 सालों के बाद इस स्कीम में निवेश नहीं करना होता है।
जब स्कीम मैच्योह हो जाती है यानि कि 21 सालों के बाद आपको 8.2 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से 1871031 रुपये का ब्याज प्राप्त होगा। इसका अर्थ है कि आपको कुल 27 लाख 71 हजार 31 रुपये प्राप्त होंगे।