Post Office: गुलजारबाग उपडाकघर की सूरत बदल गई है। जहां 40-50 सालों से कूड़े का ढेर लगा हुआ था, अब वहां हरियाली फैल गई है। उपडाकघर के पोस्टमास्टर सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि खूबसूरती के साथ-साथ आने वाले समय में लोगों को स्वच्छ हवा भी मिलेगी।

वहीं, पटना साहिब मंडल के डाक अधीक्षक रणधीर कुमार ने लोकल 18 को बताया कि डाक विभाग के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार ने बिहार में डाक विभाग के हर कर्मचारी को विश्व पर्यावरण दिवस 2024 के अवसर पर कम से कम एक पेड़ लगाने और उसकी सेवा करने का टास्क सौंपा है।

यह काम बिहार सर्किल के सभी 245 डाकघरों के कर्मचारी करेंगे। आपको बता दें कि पटना साहिब मंडल के अंतर्गत बाढ़ उपडाकघर और गुलजारबाग उपडाकघर में कई तरह के छायादार पेड़-पौधे लगाए गए हैं।

पहले की तुलना में अब यहां की पूरी तस्वीर बदल गई है। गुलजारबाग के पोस्टमास्टर सुनील ने बताया कि इसका पूरा श्रेय डाक विभाग के अधिकारियों के कुशल निर्देशन और उद्यानपाल शैलेंद्र कुमार वर्मा की तत्परता को जाता है। अधीक्षक रणधीर कुमार ने बताया कि पटना साहिब प्रमंडल के उपडाकघर गुलजारबाग में वर्षों से जहां कूड़ा फैला रहता था.

वह जगह अब हरा-भरा हो गया है। इससे डाकघर आने वाले लोगों को भी इस भीषण गर्मी में सुकून के कुछ पल मिलेंगे। उन्होंने सभी लोगों से पेड़ लगाने की अपील भी की। डाक अधीक्षक रणधीर कुमार के अनुसार पर्यावरण का सीधा संबंध लोगों के आम जीवन से है।

वे आगे कहते हैं कि अगर अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं तो इसका पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। साथ ही इसका दीर्घकालिक लाभ यह होगा कि इससे कृषि और वर्षा का पैटर्न भी बदलेगा। इससे हमारी सामाजिक और आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी। इसलिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए।

आपको बता दें कि बाढ़ और गुलजारबाग उपडाकघरों की तर्ज पर पटना के अन्य डाकघरों के सौंदर्यीकरण का काम भी मुख्यालय स्तर से जोरों पर चल रहा है। डाक विभाग समय के साथ खुद को और अपनी कार्यशैली को बदलता नजर आ रहा है। रणधीर कुमार कहते हैं कि डाकघर आम लोगों की आस्था का बहुत पुराना प्रतीक है। और लोग धीरे-धीरे इसकी सभी सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं।

नमस्कार मेरा नाम गोविंद है,में रेवाड़ी हरियाणा से हूं, मैं 2024 से Timesbull पर बतौर कंटेंट...