Netflix Crime Thriller Movies: OTT प्लेटफॉर्म्स पर हर रोज़ कोई न कोई फिल्म रिलीज़ होती रहती है। दर्शकों के लिए कंटेंट का भी ढेर लगा रहता है। मगर इस भीड़ में क्या देखें और क्या न देखें, ये कशमकश कई बार सबको परेशान कर देती है। अगर आप भी इसी उलझन में फंसे हैं, तो ये ख़बर आपके लिए ही है।इस वीकएंड पर आप कोई ऐसा मजेदार क्राइम थ्रिलर देखना चाहते हैं, जिसे देखकर ना सिर्फ आपके नाखून कट जाएं बल्कि चौंकाने वाले ट्विस्ट भी मिलें, तो हमारी बताई गईं ये फिल्में ज़रूर देखें।
1 हिट: द फर्स्ट केस
राजकुमार राव की बेहतरीन फिल्मों में से एक है ‘हिट: द फर्स्ट केस। हत्याकांड निवारण टीम (HIT) का एक पुलिस ऑफिसर एक लड़की के अपहरण की गुत्थी सुलझाने निकलता है, लेकिन उसका खुद का अतीत उसके सामने आ जाता है। बीते दर्द की वजह से उसकी हालत ऐसी हो जाती है कि वो अपना काम ठीक से नहीं कर पाता। ये अपहरण कांड इतना पेचीदा है कि इसे सुलझाते वक्त उसकी गर्लफ्रेंड भी गायब हो जाती है। साथ ही, फिल्म में एक बड़ा सवाल अंत तक छोड़ा गया है, जिसके जवाब के लिए फैंस अभी भी फिल्म के अगले पार्ट का इंतज़ार कर रहे हैं।
2 द गर्ल ऑन द ट्रेन
परिणीति चोपड़ा की फिल्म ‘द गर्ल ऑन द ट्रेन’ में मेमोरी लॉस (याददाश्त चली जाना) एक बड़ी परेशानी बनकर सामने आती है. दरअसल, फिल्म में दिखाया जाता है कि परिणीति द्वारा निभाए गए किरदार का गर्भपात हो जाता है। लेकिन ये हादसा किस वजह से हुआ? ये सवाल जितना बड़ा है, उतना ही अहम सवाल ये भी है कि फिल्म में आडिटि राव हैदरी को किसने मारा? वीकएंड पर ये क्राइम मिस्ट्री ज़रूर देखें.
3 मोनिका, ओ माय डार्लिंग
राजकुमार राव की इस फिल्म की शुरुआत एक मर्डर मिस्ट्री से होती है। इसमें आप देख सकते है कैसे राजकुमार अपने मालिक की बेटी को धोखा देता है। साथ ही राजकुमार राव अपनी गर्लफ्रेंड को भी धोखा देता है, जिसमें उनका साथ हुमा कुरैशी देती हैं। एक दिन हुमा राजकुमार को बताती हैं कि वो प्रेग्नेंट हैं और यहीं से शुरू होती है ब्लैकमेलिंग की एक लंबी श्रृंखला। एक तरफ ऑफिस में मर्डर हो रहे हैं तो दूसरी तरफ लड़की ब्लैकमेल कर रही है। ऐसे में कई चौंकाने वाले ट्विस्ट सामने आते हैं।
4 गुमराह
मृणाल ठाकुर और आदित्य रॉय कपूर की फिल्म ‘गुमराह’ में ये भी दिखाया गया है कि मर्डर को सुलझाने के चक्कर में क्या-क्या होता है। एक शख्स पर हत्या का शक होता है, जिसे पुलिस गिरफ्तार कर लेती है। लेकिन वो इतनी सारी कहानियां गढ़ता है कि पुलिस भी कन्फ्यूज़्ड हो जाती है। पुलिस खुद उस आरोपी की मदद करती है, लेकिन आखिर में पता चलता है कि वो कत्ल करने वाला उन्हें ही बेवकूफ बना रहा था। लेकिन वो ऐसा खेल खेलता है कि पुलिस भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाती।