Goddess Lakshmi Ji Blessings: सनातन धर्म में सप्ताह के सभी दिन किसी देवी एवम देवताओं को समर्पित किए जाते हैं। माना जाता है कि दिन के अनुसार यदि भगवान की पूजा अर्चना की जाती है तो उनका आशीर्वाद सदेव साथ रहता है। वहीं, यदि आप धन से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या को दूर करना चाहते हैं तो शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी की रोज पूजा करें। मान्यता अनुसार रोजाना साफ सफाई करके लक्ष्मी जी की पूजा करने से मां लक्ष्मी जी का आगमन होगा और घर में खुशियां ही खुशियां फैलेंगी।
ऐसे में घर के मुख्य द्वार पर कुछ खास चीजों के रखने से मां लक्ष्मी जी को खुश किया जा सकता है।
जानिए इनके बारे में:
घर के मुख्य द्वार पर रखें ये चीजें, मां लक्ष्मी जी की बनी रहेगी कृपा
– यदि आप घर के मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की और मां लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित करते हैं तो धन मिलने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, घर में चारों ओर खुशियां ही खुशियां फैल जाती हैं। अपनी इच्छानुसार घर में शुभ लाभ भी लिखें। इससे हर तरह की नेगेटिविटी दूर हो जाएगी।
– आप अपने घर पर सूर्य देव जी का यंत्र लगाते हैं तो ये भी काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इसे लगाने से घर में लड़ाई झगड़े की स्थिति खत्म हो जाती है।
– धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक मानें तो मुख्य द्वार पर सदैव बंदनवार जरूर लगाना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी जी का घर में वास होता है। इसके अलावा घर में खुशबू दार फूलों को भी रखना चाहिए क्योंकि ये सकारात्मकता फैलाते हैं।
– सनातन धर्म में पूजा पाठ करने में कुछ खास नियमों का पालन भी किया जाता है। यदि इन नियमों का पालन करते हैं तो देवी देवताओं का आशीर्वाद सदैव बना रहता है। इसलिए रोजाना पूजा अर्चना जरूर करना चाहिए। इसके अलावा हल्दी का पानी छिड़कना भी शुभ माना जाता है।
– सनातन धर्म में स्वस्तिक के चिन्ह को काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। जब भी किसी शुभ कार्य की शुरुआत करें तो हमेशा स्वास्तिक के चिन्ह के साथ ही करें। इससे पूरे परिवार में पॉजिटिविटी का संचार होता है।
– मां तुलसी जी को भी लक्ष्मी जी का ही रूप माना जाता है। ऐसे में मुख्य द्वार में तुलसी जी का पौधा लगाने से और इसकी साफ सफाई करने से मां लक्ष्मी जी की कृपा सदैव बनी रहती है। वहीं, मां लक्ष्मी जी की परिवार की रक्षा भी करती हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।