Rajasthan PTET Result 2024 Out: वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी कोटा ने पीटीईटी परीक्षार्थियों का रिजल्ट जारी कर एक गुड न्यूज दी है। संस्था की तरफ से गुरुवार राजस्थान प्री-टीचर एजुकेशन एंट्रेंस टेस्ट का रिजल्ट चेक करने के लिए आपको परेशान नहीं होना पड़ेगा। अभ्यर्थी आराम से ऑफिशियली वेबसाइट पर जाकर अपना परीक्षा परिणाम चेक कर सकते हैं।

अभ्यर्थी आराम से आधिकारिक वेबसाइट ptetvmou2024.com पर जाकर अपने नंबर्स चेक कर सकते हैं, जिससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। राजस्थान प्री-टीचर एजुकेशन एंट्रेंस टेस्ट 9 जून, 2024 को आयोजित किया गया था। परीक्षा में करीब साढ़े चार लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था।

पीटीईटी परीक्षा राज्य के भाग लेने वाले संस्थानों द्वारा प्रस्तावित चार वर्षीय बीए-बीएड, चार वर्षीय बीएससी-बीएड और दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए आयोजित कराई जाती है। हर साल इस परीक्षा में बड़ी संख्या में परीक्षार्थी बैठते हैं। रिजल्ट चेक करने के लिए अभ्यर्थियों को धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। हम आपको एक बहुत ही आसान तरीका बताने जा रहे हैं।

जानिए कहां चेक करें रिजल्ट?

अभ्यर्थी सबसे पहले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

इसके साथ ही होमपेज पर उपलब्ध पीटीईटी 2024 परिणाम” पर क्लिक करना होगा।

फिर अभ्यर्थी अपना लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज जैसे-रोल नंबर और जन्म तिथि प्रदान करने की जरूरत होगी।

इसके बाद में अभ्यर्थी पीटीईटी स्कोरकार्ड डाउनलोड करने की जरूरत होगी। आगे की आवश्यकता के लिए परिणाम की एक कॉपी लेनी होगी।

इसके बाद उम्मीदवार ptet2024@vmou.ac.in पर ईमेल के माध्यम से विश्वविद्यालय से संपर्क करना होगा। इसके साथ ही 0744-2471156, 6367026526 पर कॉल करने की आवश्यकता होगी।

राजस्थान PTET स्कोरकार्ड में जानिए जरूरी शर्तें

स्कोरकार्ड एक महत्वपूर्ण कागज है। इसमें PTET परीक्षा में आपके प्रदर्शन के बारे में जरूरत होगी। इसमें आमतौर पर इस तरह के विवरण लिखने की आवश्यकता होती है।

इसके बाद छात्र का नाम और रोल नंबर दर्ज करना होगा।

अनुभागीय अंक और समग्र स्कोर के लिए योग्यता स्थिति (पास/फेल)
प्रतिशत रैंक (यदि लागू हो)।

जानकारी के लिए बता दें कि वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी कोटा की तरफ से पूरे राज्य में पीटीईटी की परीक्षा का आयोजना कराया जाता है। परीक्षा में कई लाख छात्र हिस्सा लेते हैं। इस बार भी करीब साढ़े चार लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया।