आज से ग्यारह साल पहले फिल्म ‘लुटेरा’ रिलीज हुई थी, जो अपने समय की आम बॉलीवुड फिल्मों से काफी अलग थी। विक्रमादित्य मोटवानी द्वारा डायरेक्टेड और रणवीर सिंह स्टारर ‘लुटेरा’ एक कल्ट क्लासिक बन गई है। इसके खूबसूरत विजुअल्स के लिए इसे खूब तारीफें मिलीं, लेकिन इसकी सबसे खास बात है रणवीर की बिना शब्दों के गहरी भावनाओं को जाहिर करने की काबिलियत, जो बोले गए शब्दों से कहीं ज़्यादा थीं।

बीते कुछ सालों में ‘लुटेरा’ ने एक लॉयल फैन बेस हासिल कर लिया है। ऑडियंस और क्रिटिक्स दोनों ही इस फ़िल्म की कला और कहानी की तारीफ करने के लिए बार-बार इसे देखना पसंद करते हैं। जैसे-जैसे ऑडियंस की तादाद बढ़ी है, वैसे-वैसे ‘लुटेरा’ की शानदार कहानी के लिए उनकी तारीफें भी बढ़ी हैं। आज, इसे सिर्फ़ एक फ़िल्म के तौर पर नहीं, बल्कि ईमानदार और दिल को छू लेने वाली कहानी कहने के उदाहरण के तौर पर देखा जाता है।

‘लुटेरा’ से पहले रणवीर सिंह ‘बैंड बाजा बारात’ और ‘लेडीज वर्सेज रिक्की बहल’ में अपनी भूमिकाओं की वजह से एक जिंदा दिल और एनर्जेटिक एक्टर के रूप में जाने जाते थे। इन फिल्मों में रणवीर का यंग चार्म और ऑन-स्क्रीन करिश्मा देखने को मिला। हालांकि, ‘लुटेरा’ ने रणवीर के करियर में एक बड़ा बदलाव लाया। वरुण का रोल निभाने के लिए रणवीर ने एक बहुत ही कमाल की परफॉर्मेंस दी, जो उनके पहले के रोल्स से काफी अलग था।

उनकी इंप्रेस करने वाली एक्टिंग से दर्शकों को पता चला की उनमें एक एक्टर के रूप में कितनी काबिलियत के साथ वर्सेटिलिटी और रेंज है। अब, ‘लुटेरा’ एक कल्ट क्लासिक है, जिसकी समय से आगे की कहानी और खूबसूरती से किए गए किरदारों के चित्रण के लिए आज भी याद किया जाता है। रणवीर को अब भी लोग उस रास्ते के लिए याद करते हैं जिसे कम लोग चुनते हैं और इस तरह से उन्होंने दर्शकों के दिलों को जीत लिया।

रणवीर ने अपने बीते कल से परेशान एक व्यक्ति का किरदार बखूबी निभाया है। इस किरदार के लिए गहरी इमोशंस को समझना और संयम दिखाना ज़रूरी था, जिसे रणवीर ने बखूबी निभाया। किसी किताब को फिल्म में बदलने के लिए बहुत सावधानी की जरूरत होती है। रणवीर द्वारा अपने करियर की शुरुआत में ‘लुटेरा’ में की गई भूमिका ने उनकी वर्सेटाइल एक्टिंग स्किल को दर्शाते हुए दिखाया है कि किस तरह से वह अलग-अलग कहानियों को तलाशना चाहते हैं। इस क्लासिक कहानी को जीवंत करने की चुनौती स्वीकार करके रणवीर ने दिखाया कि वे जोखिम उठाने को तैयार हैं। इस फिल्म ने उन्हें अपने करियर में ज्यादा जटिल और अलग अलग भूमिकाएँ निभाने के लिए तैयार किया।

‘लुटेरा’ के 11 साल पूरे होने पर यह साफ है कि फिल्म की विरासत बढ़ती जा रही है। रणवीर का किरदार वरुण अब भी सबसे अलग है, जिसे पर्दे पर उनकी ईमानदारी और कमिटमेंट के लिए सराहा गया है। जब हम पिछले कुछ वर्षों में रणवीर के कई यादगार किरदारों पर नजर डालते हैं, तो 6 जुलाई को उनका जन्मदिन और लुटेरा की सालगिरह मनाना खास लगता है।

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