Senior Citizen Saving Scheme: आज के समय हर कोई चाहता हैं कि उसके द्वारा किए गए निवेश पर अच्छा खासा रिटर्न मिलेगा। अगर आप भी उन्हीं लोगों में शामिल हैं तो ये खबर आपके लिए खास हो सकती है। आपको बता दें पोस्ट ऑफिस के द्वारा ऐसी कई स्कीम्स चलाई जा रही हैं जो कि बैंक एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज दे रही है।
पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम सबसे ज्यादा पॉपुलर है। इस स्कीम में किए गए निवेश पर अच्छा खासा रिटर्न मिलता है। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में 8.2 फीसदी की दर से ब्याज प्राप्त हो रहा है। ऐसे में निवेश के लिए सबसे बेहतरीन स्कीम साबित हो सकती है।
बढ़ गई निवेश की लिमिट
आपको बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा नया टैक्स सिस्टम लागू करने के साथ में सीनियर सिटीजन स्कीम में बड़ा ऐलान किया गया था। इस स्कीम के तहत सीनियर सिटीजन स्कीम में निवेश करने की लिमिट को 15 लाख से 30 लाख रुपये कर दिया गया है। जिसके बाद निवेश पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न प्राप्त हो रहा है। सितंबर के बाद ब्याज दर को 8.2 फीसदी कर दिया गया है। इससे पहले इसमें मिलने वाला ब्याज 8 फीसदी की दर पर था।
हर महीने कर सकते हैं इतनी कमाई
सरकार के द्वारा निवेश की लिमिट को 30 लाख करने के बाद ब्याज दर को 8.2 फीसदी करने के बाद मैच्योरिटी पर 12.30 रुपये का ब्याज मिलेगा। जिसमें कुल रकम 42.30 लाख रुपये प्राप्त होंगे। अगर सालाना कैलकुलेशन की जाए तो ये 2 लाख 46 हजार रुपये होगी। यानि कि मंथली आपको 20.500 रुपये प्राप्त होंगे। इससे पहले सिर्फ 9500 रुपये प्राप्त होते थे। यह सीनियर सिटीजन को मालामाल करने वाली स्कीम है। इसमें बुजुर्गों को मंथली ब्याज से ही पैसा प्राप्त होता रहता है।
जानें कितना मिलता है टैक्स बेनिफिट
आपको बता दें मैक्जिमम निवेश की लिमिट के बढ़ने के बाद बुजुर्गों को इस स्कीम में मंथली होने वाली इनकम दोगुना से ज्यादा हो गई है। इस स्कीम में सिंगल और पति-पत्नी मिलकर ज्वाइंट काता ओपन करा सकते हैं। इस स्कीम में निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स एक्ट 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स बेनिफिट मिलता है।
Read More: बिना डेबिट कार्ड के एटीएम से निकाल सकते हैं कैश, जानें इस सुविधा की डिटेल
Read More: Tata Safari और Mahindra XUV700 को टक्कर देने आ रही है Hyundai की धांसू SUV, सितंबर में होगी लॉन्च
पहले कितना मिलता था लाभ
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में बदलाव होने से पहले स्कीम में सिर्फ 15 लाख रुपये तक निवेश कर सकते थे। जिस पर 7.6 फीसदी की दर से ब्याज प्राप्त होता था और मैच्योरिटी पर 20.70 लाख रुपये प्राप्त होते थे। सालाना हिसाब से देखें तो 1.14 लाख रुपये और मंथली 9500 रुपये प्राप्त होते थे।