Jyotish shastra: हिंदू धर्म में ज्योतिष शास्त्र का बहुत महत्व है। इसमें एक महत्वपूर्ण शास्त्र वास्तु शास्त्र भी है। जाहिर तौर पर वास्तु शास्त्र में इन्सानों के लिए कई सारी ऐसी विधि बताई गई है उसे अपनाने के बाद आप अपने जीवन में सुख और समृद्धि ला सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पौधा लगाने से जीवन में कई सारी सकारात्मक प्रभाव होता है। पौधा लगाने से आपका घर तो सुन्दर बनता ही है। इसके साथ ही कई वास्तु दोष को हटाने के लिए भी पौधे को लगाना बहुत जरूरी माना जाता है।
लेकिन वास्तु शास्त्र में उन सारे पौधे के बारे में भी बताया गाय है जिन्हें कभी भी अपने घर में नहीं लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन पौधे को घर के अंदर लगाने से सुख और समृद्धि का विनाश हो जाता है।
इसलिए ऐसा कहा कटा है कि भले ही कुछ पौधे आपके घर को सुन्दर बना सकतें हैं। लेकिन अगर आप गलत पौधे का चुनाव करते हैं तो फिर आपके लिए मुसीबत बहुत बढ़ सकती है। हमें हमेशा वैसे पौधे का चुनाव करना चाहिए जिसे लगाने से घर में सुख और समृद्धि आए। ना कि ऐसे पौधे का जिसे लगाते ही दरिद्रता प्रवेश कर जाएं।
बबूल
वास्तु शास्त्र में खासकर इस पौधे के बारे में जिक्र किया गया है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक कभी भी अपने घर में या घर के आसपास में बबूल के पौधे को नहीं लगाना चाहिए। अगर आप अपने घर में बबूल के पौधे को लगाते है तो उसके बाद आप मुसीबत में पड़ सकते हैं।
कैक्टस का पौधा
घर में कैक्टस का पौधा लगाने से कलह बढ़ाता है। इससे आर्थिक संकट गहराता है। कैक्टस का पौधा जीवन में उदासी लेकर आता है।
कपास
वास्तु शास्त्र में कपास को भी अशुभ पौधा माना जाता है। इसलिए अपने घर में कभी भी कपास के पौधे को नहीं लगाना चाहिए।
बेर का पेड़
बेर के पेड़ से भी नकारात्मक ऊर्जा आती है। ऐसा माना जाता है कि बेर के पेड़ को घर के आसपास आने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और इसलिए कभी भी अपने घर के आसपास इस पौधे को नहीं लगाना चाहिए।
पीपल का पौधा
पीपल के पौधे से भी घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। ऐसा माना जाता है कि कभी भी अपने घर में पीपल के पौधे को घर में नहीं लगाना चाहिए। इसके साथ ही अगर घर के किसी कोने में पीपल का पौधा उग आया है तो फिर आप उसे उखाड़ कर फेंक दें। क्योंकि उससे भी आपके घर में दरिद्रता का प्रवेश हो जाता है।
डिस्क्लेमर: ऊपर लिखी गई तमाम बातें धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। हम इनमें से किसी भी बात की सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।