Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पर्दों का महत्वपूर्ण रोल होता है। यह न केवल घर को सुंदर दिखाते हैं बल्कि घर की ऊर्जा और वातावरण पर भी प्रभाव डालते हैं। कुछ वास्तु नियम हैं जिनके अनुसार घर में पर्दे रखने चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी हर चीज में सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा होती है। इसलिए घर के पर्दों से जुड़े कुछ नियम होते हैं, जो घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने में मदद करते हैं। कुछ वास्तु शास्त्र के पर्दों से जुड़े नियम हैं जैसे कि पर्दों का रंग ध्यान में रखा जाना चाहिए। नीला रंग सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है जबकि हरे रंग सुख एवं समृद्धि का प्रतीक होता है।जानिए वास्तु से जुड़े कुछ टिप्स :
घर के मुखिया के कमरे में खिड़की और दरवाजे पर नीले, भूरे या फिर नारंगी रंग के पर्दे लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जो मुखिया के स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है और घर के अन्य सदस्यों के लिए भी उतना ही लाभदायक होता है। इससे घर में शांति व तरक्की की ऊर्जा बनी रहती है और सदस्यों की तरक्की होती है।
पति-पत्नी के कमरे में उनके दोनों जन्मतिथि के अनुसार रंग के पर्दे लगाए जाएं, इससे दोनों के बीच अधिक मेलजोल होता है और दाम्पत्य जीवन में सुख शांति बनी रहती है। लाल, बैंगनी या फिर गुलाबी रंग सामान्यतः प्यार और रोमांस के रंग माने जाते हैं, इसलिए इन रंगों के पर्दे लगाना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
पर्दों का रंग: पर्दों के रंग का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको उन रंगों का चयन करना चाहिए जो सुख और समृद्धि का प्रतीक होते हैं, जैसे कि हरा, पीला और लाल रंग।
पर्दों का फैब्रिक: पर्दों का फैब्रिक भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। एक अच्छे फैब्रिक का पर्दा घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। सूती या कॉटन के पर्दे बेहतर होते हैं।
पर्दों की साइज: पर्दों की साइज भी अहम होती है। पर्दों की सही साइज का चयन करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
पर्दों की स्थान: पर्दों का स्थान भी अहम होता है। उन्हें उच्च स्थानों पर लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।