Vastu tips: घर का वास्तु बनवाते वक्त हम कई सारी चीजों का ध्यान रखते है जिसमें बेडरूम वास्तु, किचन वास्तु आदि इसी बीच डाइनिंग रूम भी घर का मुख्य हिस्सा है जहाँ परिवार के सदस्य एक साथ बैठकर भोजन करते है,ऐसे में आपको डाइनिंग रूम (vastu tips for dining room) बनवाते वक्त निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे आपके घर में खुशहाली बनी रहे:
इस दिशा में लगाये फ्रेम या चित्र:
वास्तु शास्त्र के अनुसार, ड्राइंग रूम में देवी-देवता के चित्र या झरने आदि के चित्र को ईशान कोण आदि में लगाना उचित माना जाता है। वास्तु के अनुसार, ड्राइंग रूम के प्रवेश द्वार के ऊपर अंदर की ओर किसी देवी-देवता का चित्र नहीं लगाया जाना चाहिए। इसके अलावा, टेलीफोन को ड्राइंग रूम में पूर्व या आग्नेय कोण में रखना उचित माना जाता है।
इस दिशा में रखें कूलर :
वास्तु के अनुसार, कूलर ड्राइंग रूम में नहीं होना चाहिए, और खासकर पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए। कूलर गर्म हवा को ठंडा करता है और इससे बाहरी दीवारों को भी ठंडा करता है. यदि कूलर को स्थापित करना आवश्यक है, तो उसे दक्षिण या पूर्व दिशा में रखा जा सकता है।
वास्तु नियम के अनुसार ड्राइंग रूम में रखा जाने वाला फर्नीचर वर्गाकार या आयताकार होना चाहिए ताकि कोई भी परेशानी न हो। वास्तु के अनुसार अन्य आकार के फर्नीचर को ड्राइंग रूम में रखने से बचना चाहिए। वास्तु के अनुसार, ड्राइंग रूम में हमेशा फर्नीचर पश्चिम या दक्षिण दिशा में रखना चाहिए, ताकि सदस्य आसानी से भोजन कर सकें। इसके अलावा, फर्नीचर भी लाइट रंग का होना चाहिए, जो शांति और स्थिरता को दर्शाते हों।
इस दिशा में रखे फर्नीचर:
यदि आपके ड्राइंग रूम में जगह की कमी हो रही है तो आप उत्तर या पूर्व दिशा में फर्नीचर रख सकते हैं, लेकिन सुनिश्चित करें कि यह फर्नीचर हल्का हो और उसे बीच में न रखें। इसके अलावा, आप लकड़ी के गुटकों का उपयोग करके फर्नीचर को उठाकर रख सकते हैं जिससे फर्नीचर का सीधा संपर्क न हो। इससे फर्नीचर को ज्यादा से ज्यादा स्थान मिलेगा और आपके ड्राइंग रूम में जगह की कमी कम होगी। वास्तु के अनुसार ड्राइंग रूम में भारी वस्तुएं जैसे आलमारी आदि दक्षिण दिशा में रखा जाना चाहिए.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।