Numerology : अंक शास्त्र क्या है ? क्यों आज अंकशास्त्र है इतने प्रचलन में

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Santy

गुप्त विज्ञान यानी कि Occult साइंस एक सागर के समान है, जिसमें अनेकों विद्याएं मिलती हैं। इनमें ज्योतिष शास्त्र, वैदिक, नाड़ी, हस्तरेखा, टैरो कार्ड रीडिंग, अंकशास्त्र, वास्तु शास्त्र इत्यादि आते हैं। आज के दौर में अंकशास्त्र काफी प्रचलन में आ रहा है और लोग इसके प्रति आकर्षित भी हो रहे हैं। इसका एक मूलभूत कारण यह है कि अंक शास्त्र अन्य विद्याओं की अपेक्षा आसानी से समझ आने वाली विद्या है। तो आइए जानते हैं यह अंक ज्योतिष या अंकशास्त्र या न्यूमेरोलॉजी (Numerology) है क्या…

जन्म से मरण तक रहता है अंकों का महत्व
हमारे जन्म से लेकर मरणोपरांत तक यदि कोई चीज जुड़ी हुई है, तो वह है अंक। जिस दिन जन्म लिया उसकी तारीख से लेकर उसके समय तक सब कुछ अंकों में ही दर्ज किया जाता है और मरने की तारीख, समय के साथ-साथ यदि अस्पताल में रहें तो वहां भी एक अंक दिया जाता है। इस आधार पर यह तो साफ कहा जा सकता है, कि मनुष्य जीवन की कल्पना अंकों के बिना अकल्पनीय है। अब बात करें अंक शास्त्र की तो वह संख्याओं और हमारे जीवन में पड़ने वाले उनके महत्व का एक अध्ययन है। आज के समय में ज्यादा ही प्रचलन में दिख रही अंकशास्त्र एक प्राचीन विधा है, जिसका प्रयोग अंकों के पीछे छिपे अर्थ और हमारे जीवन पर पड़ने वाले उनके प्रभाव को समझने के लिए हजारों हजार वर्षों से किया जाता रहा है।

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अंकशास्त्र से मिलती है व्यक्तित्व और भविष्य की जानकारी
अंकशास्त्र के माध्यम से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व, रिश्ते और भविष्य में घटित होने वाली संभावनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। अंकशास्त्र को समझने से पहले यह समझना अतिआवश्यक होता है कि हर एक अंक की अपनी एक ऊर्जा और कंपन है, जिसे पहचानना बेहद जरूरी है। अंकों की ऊर्जा का प्रयोग अंकों के पीछे छुपे उनके अर्थ और हमारे जीवन पर पड़ने वाले उनके प्रभाव को जानने के लिए किया जा सकता है।

दो लोग एक दूसरे के लिए कितने उपयुक्त, बताता है अंक
अंकशास्त्र के अनुसार प्रत्येक अंक अपने आप में एक विशिष्ट गुण एवं अवगुण से जुड़ा होता है और अंकों के इसी संबंध को समझकर व्यक्ति अपने जीवन में अन्तःज्ञान प्राप्त कर सकता है। उदाहरणस्वरूप देखें तो नंबर 1 को सूर्य का प्रतीक माना गया है, इसलिए नंबर 1 नेतृत्व, ऊर्जा और स्वतंत्रता का प्रतीक माना गया है। यदि किसी व्यक्ति का जन्म महीने की पहली तारीख को हुआ है, तो उसमें यह गुण प्रचुर मात्रा में हो सकता है। अंकशास्त्र हमें संख्याओं के बीच संबंधों को समझने और वे एक-दूसरे के साथ कैसे बातचीत करते हैं, यह समझने में भी मदद कर सकता है। इसे अंकज्योतिष अनुकूलता के रूप में जाना जाता है, और इसका उपयोग वैवाहिक रिश्तों, प्रेम संबंधों, व्यावसायिक साझेदारी और दोस्ती के लिए सबसे अच्छा जोड़ी निर्धारित करने के लिए किया जा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ी संख्याओं का विश्लेषण करके, अंकशास्त्री एक अनुकूलता चार्ट बना सकते हैं, जो दर्शाता है कि दो लोग एक-दूसरे के लिए कितने उपयुक्त हैं। जो अपने रिश्तों को बेहतर बनाना चाहते हैं या नया साथी ढूंढना चाहते हैं, उन लोगों के लिए यह एक मूल्यवान उपकरण हो सकता है।

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अंकशास्त्र होता है मार्गदर्शक
अंकशास्त्र (numerology) को जानने के उपरांत व्यक्ति अपने और अपने आस-पास की दुनिया के बारे में गहरी समझ हासिल कर सकता है और यह एक आकर्षक और व्यावहारिक तरीका भी है। अंक शास्त्र को जानकर व्यक्ति अपने व्यक्तिगत रिश्तों को बेहतर बना सकता है, अपने करियर को आगे बढ़ा सकता है और यदि व्यक्ति को लगता है कि उसे वो तरक्की नहीं मिली जो मिलनी चाहिए थी तो भी वह अंक शास्त्र के माध्यम से यह जान सकता है कि आखिर क्यों उसे वह स्थान नहीं मिला। कहीं वह ऐसी जगह तो अपनी ऊर्जा नहीं लगा रहा जहां उसे नहीं लगाना चाहिए अर्थात व्यक्ति को एक मार्गदर्शक के रूप में भी अंकशास्त्र से सहयोग मिल जाता है और यही कारण है कि आज अंकशास्त्र काफी प्रचलन में है।

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