नई दिल्ली: ADAS Feature Details. देश देश और दुनिया का कार मार्केट इन दिनों नई-नई तकनीकी यो का अडॉप्ट कर रहा है। जिससे कंपनियों अब प्रीमियम से लेकर सस्ती गाड़ियों में आई एडवांस फीचर दे रही है। आज के समय में इलेक्ट्रिक सनरूफ के बाद ADAS यानी की यह तकनीक नई-नई गाड़ियों में आ रही है। हालांकि कुछ लोगों को इसमें जानकारी न होने के कारण अपने लिए बेहतर कार नहीं खरीद पाते हैं।
यहां पर हम आप को बताने जा रहे हैं। ADAS तकनीक क्या है इसके कैसे यूज किया जाता है। और यह तकनीक ड्राइवर को कर ड्राइव करते समय क्या सहूलियत प्रदान करती है। अभी की बात करें तो मार्केट में कंपनियों के पास कंपनियों ने कई तकनीक से लैस कर बनाया है जिसमें लेवल जीरो से लेकर लेवल 5 तक का एडवांस्ड फीचर वाला ADAS तकनीक आ गई है।
जानिए क्या है एडीएएस (ADAS) तकनीक?
मौजूदा समय में एडीएएस टेक्नोलॉजी वाली कारें आ रही है, आप को बता दें कि ये एक ऐसा फीचर्स है, जो जो ड्राइविंग को कहीं ज्यादा सुरक्षित और बेहतर बनाता है। कंपनी इस तकनीक में सेंसर, कैमरे और कई तरह की डिवाइस का यूज करती है, जो किसी भी तरह की संभावित एक्सीडेंट को पहचानकर ड्राइवर को इससे बचने का अलर्ट देती है।
आज के समय में कई गाड़ियां इस फीचर्स में आ रही है, जिससे कार के एडीएएस में कई फीचर्स एक साथ काम करते हैं, जैसे की लेन डिपार्चर वार्निंग, अडाप्टिव क्रूज कंट्रोल, ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रैकिंग और ब्लाइंड स्पॉट डिटैक्शन कर, एडीएएस लेवल के मुताबिक इसकी जानकारी ड्राइवर को देते हैं। ताकि कार ड्राइवर सड़क पर अच्छे से फोकस कर पाए और गाड़ी को ड्राइव करते समय किसी भीं तरह की अनहोनी से बच सके।
एडीएएस के प्रकार जान कर ही करें कार की खरीददारी
एडीएएस के लेवल 0 में पूरी तरह से गाड़ी का कंट्रोल ड्राइवर के हाथ में होता है और हर चीज के लिए वही जिम्मेदार होता है।
वही एडीएएस के लेवल 1 में कार में मौजूद एक ऑटोमेटिक फीचर, जैसे क्रूज कंट्रोल या लेन डिपार्चर वार्निंग सिस्टम ड्राइवर को सलाह करने का काम करता हैं, और अलर्ट जारी करता है।
इसके साथ इससे और एडवास में एडीएएस लेवल 2 काम करता है, जिसमें 2 या इससे ज्यादा ऑटोमेटिक फीचर्स मौजूद होते हैं, जो स्टीयरिंग, ब्रैकिंग और एक्सीलेरेशन में ड्राइवर को सहयता करने का काम करते हैं।
जबकि एडीएएस के इस लेवल 3 में कार मौजूद ऑटोमेटिक फीचर अपने आप काम करने में सक्षम होते हैं, हालांकि जरुरत पड़ने पर ड्राइवर कंट्रोल अपने हाथ में ले सकता है।
वही एडीएएस के लेवल 4 में गाड़ी में मौजूद आटोमेटिक फीचर्स हाईवे आदि पर पूरी तरह से ऑटोमेटिकली काम करने में सक्षम होते हैं।
सबसे एंडवास लेवल 5 है, जिसमें एडीएएस फीचर से लैस गाड़ी पूरी तरह से खुद चलने में सक्षम होती है। उसे किसी ड्राइवर की जरुरत नहीं होती। यानि की गाड़ी खुद वा खुद सेफ रखने की कोशिश करती है।