BPL Ration Card: यह वाकई में झारखंड के राशन कार्ड धारकों के लिए राहत की खबर है कि राज्य सरकार ने eKYC की अंतिम तारीख बढ़ाकर 31 मार्च कर दी है। पहले यह तारीख 28 फरवरी थी, लेकिन अब इससे अधिक समय मिल गया है ताकि अधिक से अधिक लोग अपनी eKYC प्रक्रिया पूरी कर सकें।
eKYC कराने के लिए राशन कार्ड धारक अपने नजदीकी PDS दुकान या डीलर से संपर्क कर सकते हैं। यदि किसी को कोई समस्या आती है, तो वे अपने जिला आपूर्ति कार्यालय से भी मदद ले सकते हैं। इस प्रक्रिया का उद्देश्य राशन वितरण को पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि कोई राशन कार्ड धारक 31 मार्च तक eKYC नहीं कराता, तो उनके नाम राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे और वे खाद्यान्न वितरण से वंचित हो जाएंगे। इसके अलावा, अगर कोई लाभुक दूसरे राज्य में रह रहा है, तो उसे अपने गृह राज्य लौटने की जरूरत नहीं होगी। वे वहीं से नजदीकी जन वितरण प्रणाली (PDS) दुकान पर जाकर eKYC प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं, जिससे उनकी सुविधा में कोई रुकावट नहीं आएगी।
झारखंड में 61 लाख से अधिक परिवारों के 2.63 करोड़ से अधिक सदस्यों को eKYC कराना है, जिससे राशन वितरण प्रणाली को और अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बनाया जा सके।
eKYC (Electronic Know Your Customer) राशन कार्ड धारकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से कई महत्वपूर्ण लाभ सुनिश्चित किए जाते हैं:
1. पहचान की सत्यता: eKYC के माध्यम से राशन कार्ड धारकों की पहचान को आधार डाटा से मिलाकर वेरिफाई किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि जो व्यक्ति राशन का लाभ ले रहा है, वही वास्तविक और पात्र लाभार्थी है। इससे गलत या फर्जी राशन कार्ड धारकों को हटाया जा सकता है।
2. फर्जी राशन कार्ड को खत्म करना: फर्जी राशन कार्ड धारकों को खत्म करने की यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। कई बार कुछ लोग असली दस्तावेज़ों का गलत उपयोग करके राशन का लाभ उठाते हैं, जो eKYC के जरिए पकड़े जा सकते हैं और उनके कार्ड को रद्द किया जा सकता है।
3. पात्र लाभार्थियों को प्राथमिकता: eKYC से केवल उन लोगों को राशन मिलेगा जो सही मायने में पात्र हैं। इस प्रक्रिया से लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र होने की शर्त पूरी करनी होती है, जिससे सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के माध्यम से केवल असली जरूरतमंदों तक खाद्यान्न पहुंच सके।
4. आधार डाटा से मेल: eKYC प्रक्रिया के तहत प्रत्येक राशन कार्ड धारक को अपना नाम, जन्मतिथि और अन्य व्यक्तिगत विवरण आधार डाटा से मिलाकर सत्यापित करना होता है। यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी सही और अद्यतित है।
इस प्रकार, eKYC न केवल राशन वितरण में पारदर्शिता लाता है, बल्कि यह भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को भी कम करता है। साथ ही, यह सुनिश्चित करता है कि केवल वास्तविक और जरूरतमंद लोग ही सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।