Chanakya Niti: अक्सर आपने भी घर के बड़े – बूढ़ो से ये कहते हुए सुना ही होगा कि इस कलयुग के समय में तो स्वयं के खून तक के रुश्ते भी सगे और सच्चे नहीं रह गए हैँ तो फिर दूसरों से तो क्या ही उम्मीद रखी जाए। पर अगर आप आचार्य चाणक्य कि इन अहम बातों को जान लेंगे जो कि उनके द्वारा बताई गई हैँ तो फिर धोखा खाने से कोशों दूर हो जाएंगे। ऐसे में जानिए कि आचार्य के अनुसार वे कौन ऐसे लोग हैँ जिनसे सम्भलकर रहने कि जरूरत है। वरना आपको ही इसका हामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
द्वेष – भाव रखने कि आदत वाले लोग
दरअसल, बहुत से लोग ऐसे होते हैँ जो कि दूसरों कि तरक्की और ऊंचाइयों के मार्ग को देख – देख कर जलते रहते हैँ और आपको भीतर ही भीतर इस बात का आभाष भी हो जाता है तो ऐसे लोगों से बच कर रहने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत है। वरना आगे चल कर जीवन में दुख ही दुख भोगने पड़ सकते हैँ।
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दूसरों कि चापलूसी करने वाले लोग
कुछ लोग ऐसे होते हैँ जो केवल आपसे मतलब सिद्ध करने के लिए बात करते हैँ, इन लोगों से दोस्ती करना बहुत ही ज्यादा हानिकारक होता है। याद रखें कि ऐसे लोग सदैव आपको गलत ही सलाह देंगे। इसलिए आँख बंद करके ऐसे लोगों के ऊपर बिलकुल भी भरोसा न करें।
दूसरों को नीचा दिखाने कि आदत वाले लोग
अगर आपके कोई दोस्त हो या रिश्तेदार बात – बात पर नीचा दिखाते हैँ तो ऐसे लोगों से सतर्क हो जाने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत है। क्योंकि ये आगे चलकर आपके आत्म सम्मान को ठेंस पहुंचाने में कभी पीछे नहीं हटेंगे।
गुस्से करने वाले लोग
जो लोग अक्सर गुस्से में काबू नहीं कर पाते हैँ और लोगों से कुछ भी उल्टा सीधा बोलते रहते हैँ। ऐसे लोगों से सदैव बच के रहने कि जरूरत होती है। वरना आपका दिमाग़ अशांत रहने लग जाता है।