Vivah Upay: यदि आपकी शादी कि उम्र हो गई है और समय पर नहीं हो पा रही है, या कड़ी मेहनत के बाद भी आर्थिक तंगी दूर होने का नाम नहीं ले रही है, या घर में एक के बाद एक कोई न कोई बीमार रहता है तो ये कुंडली में दोष लगने के मुख्य लक्षण हो सकते हैँ। कुंडली में अगर दोष लग जाए तो अलग अलग समस्याएं उतपन्न होती रहती हैँ।
यदि आप भी इस तरह के लक्षण देख रहे हैँ तो इससे निपटने के आज हम कुछ साधारण से उपाय बताने जा रहे हैँ:
नवांश कुंडली में दोष :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि मानें तो यदि जन्म कुंडली के नौवें अंश में दोष हो तो उसे नवांश कुंडली दोष कहते हैँ। यदि इस तरह का दोष लग जाता है तो जातकों को विवाह में कई तरह कि दिक्क़तें आ सकती हैँ। ऐसे व्यक्ति को बार – बार रिजेक्शन झेलना पड़ता है। जिससे व्यक्ति काफी ज्यादा परेशान हो जाता है और उसका आत्मविश्वास भी टूट जाता है।
बृहस्पति ग्रह का बलहीन न होना
यदि किसी जातक कि कुंडली में बृहस्पति अपनी नीच राशि मकर में विराजमान हो या सूर्य के प्रभाव में आकर अस्त हो गया हो तो वे काफ़ी ज्यादा बलहीन सा हो जाता है। ऐसे में जातक कि शादी में कई तरह कि रूकावटे आने लग जाती हैँ। वहीं, बनते – बनते काम बिगड़ से जाते हैँ।
कुंडली में मांगलिक दोष का होना
कुंडली में अगर मांगलिक दोष है तो भी शादी होने में काफी सारी समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैँ। वहीं, विवाह अगर हो भी जाए तो आय दिन कलेश होता रहता है। इसलिए मांगलिक दोष को दूर कर के ही विवाह करना चाहिए।
जल्दी विवाह करने के ये हैँ कुछ उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर मानें तो कुंडली में दोषों के निवारण के लिए एक नहीं बल्कि ढेर सारे उपाय बताए गए हैँ। ऐसा करने से शीघ्र विवाह करने के रास्ते खुल जाते हैँ। लेकिन खास बात ये है कि इन उपायों को हमेशा पीले वस्त्र को धारण करके ही करना चाहिए। प्रत्येक सोमवार को विधि विधान से पूजा करें भगवान गणेश जी कि और पानी में हर रोज एक चुटकी डाल के ही स्नान करें। अपने आप से फल तीन से चार हफ्ते में देखने को मिल जाएगा।