सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को एक खास महत्व दे रखा गया है। इसलिए तो हर शुभ कार्यों और पूजा पाठ में इनकी पत्तियों को इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि तुलसी ही नहीं इनसे बना माला भी धार्मिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है। ऐसे में प्रेमानन्द महाराज ने तुलसी कि माला को धारण करने के कई लाभ बताए गए हैँ।
तनाव और चिंता हो जाती है खत्म
तुलसी कि माला मन को शांत और स्थिर रखने में बहुत ही ज्यादा असरदार होती है। ये स्ट्रेस को पूर्ण रूप से खत्म कर देती है और जीवन में एकाग्रता को बढ़ाती है।
नेगेटिव एनर्जी होती है दूर
प्रेमानन्द महाराज जी कहते हैँ कि तुलसी कि माला गले में धारण करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही ये नकारात्मक विचारों को जड़ से खत्म करने में मदद करती है।
भक्ति के साथ प्राप्त होता है समर्पण भी
तुलसी कि माला धारण करने से आध्यात्मिक विकास में मदद मिलती है। साथ ही ये भगवान के प्रति भक्ति और समर्पण को बढ़ाती है।
नेगेटिव एनर्जी हो जाती है दूर
ऐसा माना जाता है कि तुलसी कि माला लोगों को हर प्रकार कि नेगेटिविटी और बुरी शक्तियों से बचाती है और नकारात्मक प्रभावों को दूर करती है।
मानसिक शुद्धता को देता है बढ़ावा
तुलसी भगवान विष्णु जी को बहुत ही ज्यादा प्रिय है। तुलसी कि माला धारण करने से भगवान विष्णु कि कृपा प्राप्त होती है। साथ ही मानसिक और शारीरिक शुद्धता बढ़ती है।
जान लें कि कब न पहनें तुलसी कि माला?
प्रेमानन्द महराज जी कहते हैँ, तुलसी कि माला को मरण सूतक के अंतराल में धारण नहीं करना चाहिए। वहीं, शौचालय या स्नान करने के दौरान भी इसे उतार देना चाहिए।