Airbags से ज्यादा काम का ये फीचर, एक्सीडेंट के दौरान बचता है आपकी जान

Blind Spots feature: इन दोनों भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में आने वाली सभी कारों को बेहतर डिजाइन के साथ-साथ उसमें बैठने वाले पैसेंजर के लिए सेफ्टी फीचर्स का भी खास ख्याल रखा जा रहा है आज के समय में बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने अपकमिंग करो के सेफ्टी फीचर पर तगड़े से कम कर रही है और कुछ कारों में आज भी 6 एयरबैग देखने को मिल रहे हैं. जबकि मार्केट में मौजूद कुछ कारों में ब्लाइंड स्पॉट जैसे सेफ्टी फीचर देखने को मिल रहे हैं जो एक्सीडेंट के दौरान खतरे से पैसेंजर को बचाते हैं ब्लाइंड स्पॉट फीचर का क्या काम है और यह लोगों को कैसे सेफ रखना है? आइए आज हम जानते हैं.

दरअसल, आपको आपकी जानकारी के लिए बता दे की ब्लाइंड स्पॉट की वजह से ही अक्सर एक्सीडेंट होता है, क्योंकि लोगों के गाड़ियों के साइड मिरर में ब्लाइंड स्पॉट सही तरीके से नहीं देख पता है और दिखता भी है तो लोग उसे अनदेखा कर देते हैं. जिसकी वजह से हादसा हो जाता है इसीलिए ड्राइव करते समय जब भी पीछे आ रही गाड़ी को देख तो उसे 2 मीटर की दूरी बनाकर चले ताकि आप और गाड़ी में बैठे हुए पैसेंजर हमेशा सिर्फ रहे.

क्या है ब्लाइंड स्पॉट ?

बता दें कि, गाड़ियों में मिलने वाले ब्लाइंड स्पॉट को सरल भाषा में समझे तो गाड़ी को चलाने वाले चालक को हमेशा सीधे नहीं देखना होता है. जिसकी वजह से चालक को अधिक दूरी तय करने के लिए वाहन के चारों तरफ नजर रखनी होती है ताकि आगे पीछे से आ रहे वाहन को रास्ता मिल सके और अपनी गाड़ी को सेफ रखा जा सके.

बचने का उपाय

ब्लाइंड स्पॉट से बचने के लिए आज के समय मार्केट में ब्लाइंड स्पॉट मिरर मिल रहे हैं. जिन्हें आप काम से कम कीमत में अपने बजट को देखते हुए साइड मिरर पर चिपका सकते हैं. यह 2 इंच साइज के होते हैं कर के दोनों तरफ के वीडियो पर आप इसे लगाकर अपनी गाड़ी को काबू में कर सकते हैं.