Honda Activa Electric: कीमत, रेंज और फीचर्स की पूरी जानकारी

नई दिल्ली: भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार तेजी से फल-फूल रहा है और अब होंडा एक्टिवा इलेक्ट्रिक (Honda Activa e) इस प्रतिस्पर्धा में अपनी धाक जमाने को तैयार है। यह ईवी डीलरशिप पर पहुंच चुकी है और जल्द ही ग्राहकों को इसकी डिलीवरी शुरू हो जाएगी।

Honda Activa e: नए जमाने का इलेक्ट्रिक स्कूटर

भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 (Bharat Mobility Expo 2025) में लॉन्च किए गए इस स्कूटर की शुरुआती कीमत 1.17 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) रखी गई है। यह दो वैरिएंट्स – स्टैंडर्ड (Standard) और रोडसिंक (RoadSync) में उपलब्ध होगा, जिसमें रोडसिंक वैरिएंट की कीमत 1.52 लाख रुपये है।

शानदार डिजाइन और कलर ऑप्शन

डीलरशिप पर देखा गया मॉडल पियर्ल इग्नियल ब्लैक (Pearl Igneous Black) कलर में उपलब्ध है, जो इसे एक स्पोर्टी और आकर्षक लुक देता है।

दमदार बैटरी और लंबी रेंज

होंडा एक्टिवा इलेक्ट्रिक (Honda Activa e) में 1.5kWh के दो स्वैपेबल बैटरी पैक दिए गए हैं, जिनकी कुल क्षमता 3kWh है। होंडा का दावा है कि यह स्कूटर एक बार चार्ज होने पर 102 किमी तक चल सकता है।

बैटरी चार्जिंग में एक झटका!

इस स्कूटर की बैटरी को घर पर चार्ज नहीं किया जा सकता। उपयोगकर्ताओं को चार्जिंग के लिए होंडा के बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों पर निर्भर रहना होगा।

दमदार पावर और जबरदस्त परफॉर्मेंस

स्विंगआर्म-माउंटेड इलेक्ट्रिक मोटर से लैस यह स्कूटर 6kW की पीक पावर जनरेट करता है। इसकी टॉप स्पीड 80kmph है और यह 0-60kmph की रफ्तार सिर्फ 7.3 सेकेंड में पकड़ सकता है।

राइडिंग मोड्स

Honda Activa e तीन राइडिंग मोड्स के साथ आता है:
इको मोड – लंबी बैटरी लाइफ के लिए
स्टैंडर्ड मोड – बैलेंस्ड परफॉर्मेंस के लिए
स्पोर्ट मोड – फुल स्पीड और पावर के लिए

चार्जिंग और बैटरी स्वैपिंग टेक्नोलॉजी

यह स्कूटर बैटरी स्वैपिंग टेक्नोलॉजी के साथ आता है, जिससे बैटरी को मिनटों में बदला जा सकता है। हालांकि, घर पर चार्ज न कर पाने की बाध्यता कुछ ग्राहकों को परेशान कर सकती है।

क्या Honda Activa e बाजार में धमाल मचाएगा?

होंडा एक्टिवा इलेक्ट्रिक (Honda Activa e) अपनी कीमत, फीचर्स और होंडा की मजबूत ब्रांड वैल्यू के दम पर भारतीय इलेक्ट्रिक स्कूटर बाजार में बड़ी हलचल मचा सकता है। हालांकि, बैटरी चार्जिंग को लेकर कुछ ग्राहकों को समस्या हो सकती है, लेकिन होंडा की बैटरी स्वैपिंग नेटवर्क के विस्तार से यह समस्या हल हो सकती है।