Petrol और Diesel इंजन वाली कार को कैसे पहचानें, ये है आसान तरीका

 

Petrol And Diesel Car: आज के समय में पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और अब इलेक्ट्रिक कारें सड़कों पर दौड़ रही है. ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि उनके सामने चलने वाली गाड़ी पेट्रोल, डीजल, सीएनजी या फिर इलेक्ट्रिक है. हालांकि, अभी इलेक्ट्रिक गाड़ियों को पहचानना आसान हो गया है और लोग आसानी से पहचान जाते हैं.

लेकिन सबसे बड़ा कंफ्यूजन पेट्रोल और डीजल इंजन वाली गाड़ियों को लेकर होता है. जैसे कि, दूर खड़ी हुई गाड़ी को पहचानने में लोग कंफ्यूज हो जाते हैं कि यह पेट्रोल या डीजल इंजन वाली कार है. तो आज हम इन दोनों गाड़ियों को आसानी से पहचान के कुछ तरीकों को जानते हैं जिसकी मदद से आप आसानी से दूर खड़ी गाड़ी को पेट्रोल और डीजल इंजन में पहचान सकते हैं.

यह है तरीका

मार्केट में मौजूद गाड़ियों को आसानी से पेट्रोल और डीजल इंजन वेरीफाई करने के लिए कंपनियां डीजल कारों के बेंच पर डीजल या फिर उसके पिछले हिस्से में बंपर देते हैं और इसी तरह पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियों पर भी टर्बोचार्ज्ड सर्टिफाइड इंजेक्शन (TSI) जैसा की टर्बो डीजल इंजेक्शन (TDI) वाली गाड़ियां डीजल इंजन वेरीफाई करती हैं.

यह भी आसान तरीका

पेट्रोल और डीजल इंजन वाली गाड़ियों को वेरीफाई करने का सबसे आसान तरीका है कि डीजल इंजन वाली कारों को जब तेज चलते हैं तो उसकी निकास पाइप से धुआं तेजी से निकलता है. जबकि पेट्रोल इंजन वाली कारों से कम धुआं निकलता है और निकलता भी है तो दिखता नहीं है या हल्का सफेद निकलता है.

ऐसे भी कर सकते हैं पहचान

* इसके अलावा आप इन दोनों कारों को पहचान के लिए बस थोड़ा गौर करें तो डीजल कारों की तुलना में पेट्रोल कारें स्मूथ और कम आवाज करती हैं.

* इसके अलावा आप माइलेज से भी पता कर सकते हैं कि कौन सी इंजन वाली गाड़ी है, क्योंकि पेट्रोल इंजन वाली कार अधिक पावर जेनरेट करती है और डीजल इंजन वाली कार बेहतर माइलेज देती है जो लंबी दूरी के लिए एक बेहतर ऑप्शन भी है.

* डीजल कारों के मेंटेनेंस का खर्च अधिक आता है जबकि पेट्रोल कारों के लिए उतना मेंटेनेंस खर्च नहीं करना पड़ता है और सबसे बड़ी बात पेट्रोल कारों की तुलना में डीजल कारें अधिक प्रदूषण फैलती होती हैं.