Second Hand Car Buying Tips: लोगों का सपना होता है कि उनके पास अपनी खुद की कार लेकिन लोगों की बजट सही न होने की वजह से लोग नई कार नहीं खरीद पाते हैं और उनके पास सेकंड हैंड कार एक ऑप्शन बचता है, क्योंकि सेकंड हैंड कार आज के समय में नई कारों की तुलना में आसानी से कम बजट में मिल जाती है लेकिन सेकंड हैंड कार खरीदते समय लोग कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं. जिसकी वजह से उनका पैसा भी बर्बाद हो जाता है और अगर आप भी एक सेकंड हैंड कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर एक बार जरूर पढ़ लें वरना आपका भी पैसा बर्बाद हो सकता है.
खरीदने से पहले करें ये काम
सेकंड हैंड कार (Old Car) खरीदने समय आप उसके पंजीकरण प्रमाण पत्र पेपर के अलावा सर्विस रिकॉर्ड को चेक करें ताकि आपको उसके इंश्योरेंस पेपर, पीओसी और आरसी से जुड़ी जानकारी मिल सके. इसके अलावा हम सभी जानते हैं की गाड़ी खरीदने समय लोग डाउन पेमेंट देकर लोन पर फाइनेंस करवा कर गाड़ी लाते हैं तो इस दौरान उस गाड़ी का फॉर्म नंबर 35 और फाइनेंस कंपनी का एनओसी जरूर चेक करना चाहिए.
गाड़ी को सर्विस सेंटर ले जाएं
इसके अलावा सेकंड हैंड कार खरीदने समय आप उसे गाड़ी को एक बार जरूर सर्विस सेंटर ले जाए जहां आप उसकी अच्छी तरीके से जांच करवाएं कि उसके सस्पेंशन और मद के नीचे किसी तरह का कोई गड़बड़ तो नहीं है. यहां तक कि आप चाहे तो परिवहन विभाग की वेबसाइट पर उसे गाड़ी का नंबर डालकर अधिक जानकारी ट्रैफिक से जुड़ी चेक कर सकते हैं.
नुकसान भी देखें
पुरानी कार में कम बजट का फायदा तो रहता है लेकिन नुकसान भी होता है जैसे की नई कारों की तुलना में पुरानी कारों माइलेज में झोल करती हैं और रखरखाव के लिए भी अधिक पैसा खर्च करना पड़ता है. इतना ही नहीं नई कारों की तुलना में पुरानी कारों में सुरक्षा फीचर भी कम मिलता है सबसे जरूरी बात है कि आप गाड़ी बेचने वाले व्यक्ति की अच्छे से पहचान करें कहीं वह ठग तो नहीं है.