नई दिल्ली: भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) यूनिट Tata.ev ने दो लाख से अधिक गाड़ियों की बिक्री का रिकॉर्ड बना लिया है। इस खास मौके पर कंपनी ने अपने ग्राहकों के लिए खास ऑफर्स की घोषणा की है, जिसमें एक्सचेंज बोनस और 100% तक फाइनेंसिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
EV मार्केट में टाटा मोटर्स की बादशाहत
टाटा मोटर्स भारत में इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल्स की सबसे बड़ी कंपनी बनी हुई है। Tata.ev के पोर्टफोलियो में Punch EV, Tiago EV, Tigor EV और Curvv EV शामिल हैं। इसके अलावा, कंपनी जल्द ही Harrier EV को भी लॉन्च करने की तैयारी में है।
चार्जिंग सुविधाओं का विस्तार
टाटा मोटर्स अपने ग्राहकों के लिए चार्जिंग सुविधाओं को बेहतर बनाने पर जोर दे रही है। इसी कड़ी में, कंपनी ने टाटा पावर के चार्जिंग स्टेशंस पर फ्री चार्जिंग बेनेफिट को छह महीने तक बढ़ा दिया है। इसके साथ ही, 7.2 kW AC फास्ट होम चार्जर के फ्री इंस्टॉलेशन की भी पेशकश की जा रही है।
चार्जिंग नेटवर्क का बड़ा विस्तार
टाटा मोटर्स ने अगले दो वर्षों में EV चार्जिंग स्टेशंस की संख्या दोगुनी करने की योजना बनाई है। 2027 तक यह संख्या लगभग चार लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए टाटा मोटर्स ने चार्जपॉइंट ऑपरेटर्स, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन जैसी बड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी की है।
इसके अलावा, कंपनी ने 120 kW रेटेड 500 से अधिक फास्ट चार्जिंग स्टेशंस के लिए ‘Tata.ev Mega Charger Network’ लॉन्च किया है। इसके तहत टाटा पावर, Chargezone, Statiq और Zeon जैसी कंपनियों के साथ करार किया गया है।
भारत में EV सेक्टर की ग्रोथ
पिछले वित्तीय वर्ष में भारत में EV की बिक्री 90,432 यूनिट्स तक पहुंच गई थी। फिलहाल, देश में लगभग 1.5 लाख EV चार्जिंग स्टेशंस मौजूद हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक भारत में EV के लिए पब्लिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए 16,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत निवेश की आवश्यकता होगी। FICCI EV पब्लिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर रोडमैप 2030 रिपोर्ट में बताया गया कि भारत के 700 से अधिक शहरों का विश्लेषण किया गया है। इसमें से टॉप 20 शहरों और 20 प्रमुख हाईवे को चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
टाटा मोटर्स भारत में EV सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रही है। कंपनी न सिर्फ नए मॉडल्स लॉन्च कर रही है, बल्कि चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर भी फोकस कर रही है। ऐसे में, आने वाले वर्षों में भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का भविष्य और भी उज्ज्वल होने की उम्मीद की जा सकती है।