Normal Vs Power Petrol: आज के समय में दुनिया पर की सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों के लिए उसका ईंधन महत्वपूर्ण और सबसे उपयोगी माना जाता है. जैसे कि मानव जीवन बिना पानी के नहीं चल सकता है ठीक उसी तरह सड़कों पर चलने वाली गाड़ियां बिना ईंधन की नहीं चल सकती है और आज जब हम मार्केट में देखते हैं तो अलग-अलग ईंधन से चलने वाली गाड़ियां मौजूद हैं कुछ पेट्रोल डीजल एथेनॉल सीएनजी और अब इलेक्ट्रिक कारें भी सड़कों पर दौड़ रही हैं.
लेकिन आपने भी कभी ना कभी इस बात को जरूर नोटिस किया होगा जब आप पेट्रोल पंप पर अपनी बाइक या कोई भी गाड़ी लेकर पेट्रोल डलवाने जाते हैं तो वहां पर अलग-अलग ऑप्शन में पेट्रोल मिलता है. अब जाहिर सी बात है पेट्रोल अलग-अलग ऑप्शन का है तो कीमत भी अलग ही होगी उन्हें में से एक पावर पेट्रोल और दूसरा रेगुलर पेट्रोल होता है. जिसको लेकर लोगों के बीच कन्फ्यूजन भी रहता है कि कौन सा फ्यूल अधिक पावर का होता है और किस अपनी गाड़ी में इस्तेमाल करना चाहिए? इन्हीं सवालों का जवाब यहां देखें
क्या है Normal Petrol?
हम सभी जानते हैं कि फ्यूल दो तरह के होते हैं और दोनों को लेकर लोगों के बीच में कन्फ्यूजन रहता है. जिसमें एक नॉर्मल और दूसरा पावर पेट्रोल होता है. लेकिन अगर हम नॉर्मल पेट्रोल की बात करें तो इसे लोग रेगुलर पेट्रोल के नाम से जानते हैं और इसमें ऑक्टाइन का लेवल 87 तक होता है. रेगुलर पेट्रोल को लोग अपनी गाड़ियों में भरवाना पसंद करते हैं.
क्या है Power Petrol?
वही हम अगर पावर पेट्रोल की बात करें तो यह एक प्रीमियम फ्यूल होता है जो रेगुलर फ्यूल के मुकाबले अधिक पावरफुल होता है और कीमत भी नॉर्मल फ्यूल के मुकाबले अधिक होती है इसका ऑक्टाइन का लेवल 91 से 94 तक होता है.
क्या है ऑक्टाइन?
अब अगर आपके मन ऑक्टाइन को लेकर सवाल आ रहा होगा कि आखिर यह क्या है तो इसे को सरल भाषा में समझाएं कि इसकी मात्रा जी फ्यूल में अधिक होती है वह फ्यूल गाड़ी के इंजन से आने वाली आवाज को काम करता है और इसकी कैपेसिटी भी अधिक होती है जिसकी वजह से गाड़ी का माइलेज बेहतर बना रहता है.