FD Scheme: अगर आप भी अपना पैसा निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, और कंफ्यूज है कि मैं अपना पैसा कहां निवेश करूं पोस्ट ऑफिस में या फिर भारतीय स्टेट बैंक में कहां मेरे को सबसे अच्छा और ज्यादा रिटर्न मिलने वाला है, तो चलिए आज हम आपकी इसी टेंशन को दूर करने वाले हैं और आपको बताने वाले है, कि आपके लिए निवेश करने का कौन सा तरीका और कौन सी जगह आपके लिए सबसे ज्यादा बेस्ट हो सकती है तो चलिए हम आपको नीचे विस्तार से बताते हैं।
शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड के इस दौर में आज भी देश के ज्यादातर लोग एफडी को निवेश का सबसे अच्छा और सुरक्षित जरिया मानते हैं। महीनों से भारतीय शेयर बाजार में हो रही भारी गिरावट ने आम निवेशकों की नींद उड़ा दी है।
ऐसे में बाजार से मोहभंग हो चुके निवेशक एक बार फिर बैंक एफडी की ओर रुख कर रहे हैं। देश के तमाम सरकारी और प्राइवेट बैंकों के साथ ही पोस्ट ऑफिस भी अपने ग्राहकों को एफडी पर जबरदस्त ब्याज ऑफर कर रहा है। आज हम यहां जानेंगे कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और पोस्ट ऑफिस में से फिक्स्ड डिपॉजिट पर कौन ज्यादा ब्याज दे रहा है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई)
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। यह बैंक अपने ग्राहकों को एफडी पर 3.50 फीसदी से लेकर 7.25 फीसदी तक ब्याज दे रहा है। एसबीआई अपने ग्राहकों को 1 साल की एफडी पर 6.80 फीसदी, 2 साल की एफडी पर 7.00 फीसदी, 3 साल की एफडी पर 6.75 फीसदी, 4 साल की एफडी पर 6.75 फीसदी और 5 साल की एफडी पर 6.50 फीसदी ब्याज दे रहा है। एसबीआई इन सभी एफडी स्कीम पर 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 0.50 फीसदी अतिरिक्त ब्याज दे रहा है।
डाकघर
बैंकों की तरह डाकघर भी अपने ग्राहकों को एफडी अकाउंट खोलने की सुविधा देता है। डाकघर में एफडी को टाइम डिपॉजिट यानी टीडी के नाम से जाना जाता है। डाकघर में कम से कम 1 साल और अधिकतम 5 साल के लिए टीडी कराया जा सकता है।
डाकघर 1 साल की टीडी पर 6.9 फीसदी, 2 साल की टीडी पर 7.0 फीसदी, 3 साल की टीडी पर 7.1 फीसदी और 5 साल की टीडी पर 7.5 फीसदी ब्याज दे रहा है। आपको बता दें कि बैंकों से अलग डाकघर वरिष्ठ नागरिकों को कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं देते हैं। डाकघरों में सभी को एक जैसा ब्याज दिया जाता है।