PMKSNY UPDATE: खाते में नहीं आई 2,000 रुपये की किस्त तो किसान फटाफट करें यह काम, जानें अपडेट

PM Kisan Yojana: पीएम किसान सम्मान निधि योजना (pm kisan samman nidhi yojana) की किस्त 24 फरवरी को जारी कर दी गई है. किसानों को मोबाइल पर एसएमएस के जरिए जानकारी भी दी गई है. किसी वजह से आपके मोबाइल नंबर पर मैसेज नहीं आया तो फिर बैंक जाकर अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं, जिससे सब कंफ्यूजन खत्म हो जाएगा.

अगर आपके खाते में किस्त का पैसा नहीं पहुंचा है तो घबराने की जरूरत नहीं है. आप इस विभाग के सक्षम अधिकारियों से शिकायत दर्ज करवा सकते हैं, जहां आपकी समस्या का समाधान फटाफट हो जाएगा, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.

पीएम किसान सम्मान निधि योजना (pm kisan samman nidhi yojana) की किस्त नहीं मिलने पर क्या कदम उठाना पड़ेगा, यह सब नीचे जान लें. आर्टिकल में नीचे कुछ जरूरी जानकारी अपडेट की गई हैं, जहां सब कंफ्यूजन खत्म हो जाएगा.

19वीं किस्त नहीं मिले पर यहां करें शिकायत

पीएम किसान सम्मान निधि योजना (pm kisan samman nidhi yojana) की 19वीं किस्त (19th installment) का पैसा नहीं मिला है तो फिर देर नहीं करें. आप आसानी से PM-Kisan हेल्पलाइन नंबर 1800-115-526 या 155261 पर कॉल कर समस्या का समाधान कर सकते हैं. यह हेल्पलाइन सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक उपलब्ध रहने वाली है. क्या आपको पता है कि इसके अलावा आप pmkisan-ict@gov.in पर ईमेल के जरिए भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. ईमल में अपना आधार नंबर, बैंक खाता डिटेल और अन्य विवरण दर्ज कर जानकारी मिल जाएगी.

ऑनलाइन तरीके से भी करें शिकायत

क्या आपको पता है कि ऑनलाइन तरीके से भी PM-Kisan की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर शिकयात दर्ज करवा सकते हैं.

इसके लिए सबसे हपले किसान कॉर्नर” सेक्शन में जाना पड़ेगा.
फिर शिकायत दर्ज करना पड़ेगा. इसके बाद विकल्प पर क्लिक करने की जरूरत होगी.
फिर आवश्यक जानकारी भरें और शिकायत सबमिट करनी पड़ेगी.
इसके बाद शिकायत की स्थिति जानें और ऑप्शन से कंप्लेन स्टेटस ट्रैक करना पड़ेगा

यहां करें कॉल

PM-Kisan Helpline: 1800-115-526 | 155261 पर जाकर भी समस्या का निपटारा कर सकते हैं.

24 फरवरी को जारी की थी किस्त

केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार के भागलपुर में एक कार्यक्रम के दौरान पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 2,000 रुपये की 19वीं किस्त जारी कर बड़ी सौगात दी थी. इसका फायदा करीब 9.8 करोड़ किसानों को मिला.