Women Success Story: अमीर बनने के लिए जरूरी नहीं कि आप ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट हों. बहुत ऐसे उदाहरण हैं, जो लोग कम खर्च करके ही मोटी इनकम करने का सपना साकार कर सके हैं. कम पढ़-लिखकर भी लोग रिस्क लेकर मालामाल बनने का ख्वाब पूरा कर लेते हैं, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं होती है. क्या आपको पता है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से कदम पसार रही हैं.
अगर आप नौकरी लेने के काबिल नहीं तो खुद का बिजनेस शुरू करके अमीर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं. आज हम आपको सुल्तानपुर की गीता देवी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने कामयाबी का एक ऐसा उदाहरण पेश किया जो हर किसी के लिए किसी मिसला की तरह है. गीता देवी 8वीं पास है, जिन्होंने एक शानदार बिजनेस शुरू कर नया मुकाम हासिल किया है.
गीता देवी ने घर में रहकर खड़ा किया बड़ा एम्पायर
सुल्तानपुर की गीता देवी ने अपने गर में रहकर नीम, तुलसी, एलोवेरा और औषधीय पत्तियों से साबुन बनाने का काम किया था. इससे न केवल उन्होंने खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने का काम किया है, बल्कि अब महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी बनी हुई हैं. इससे ना केवल केवल उन्होंने खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया, बल्कि अन्य महिलाओं को भी प्रेरित किया. उनकी सफलता और बड़े बिजनसे सु जुड़ी कुछ जरूरी बातें नीचे आर्टिकल में जान सकते हैं.
कैसे खड़ा किया बिजनेस?
गीता देवी ने घर से ही यह बिजनेस शुरू किया था. उन्होंने घर से ही नीम, करौंदा, तुलसी और एलोवेरा जैसी चीजों से औषधीय पत्तियों से साबुन बनाना भी शुरू किया. इसके साथ ही अपने हुनर को एक सफल व्यवसाय में बदलने का काम किया है. महिला समूह से जुड़कर गीता देवी ने साबुन बनाने की पूरी कला सीखी, जिसके साथ इसे एक व्यापार के रूप में अपनाया.
अब कई अन्य महिलाएं भी उनके इस हुनर को सीख रही हैं. इसके साथ ही गीता देवी द्वारा बनाए गए साबुन पूरी तरह जैविक और केमिकल-मुफ्त रहते हैं. इसमें गुलाब, नीम, केसर, तुलसी और पलाश के फूल जैसे प्राकृतिक तत्वों का प्रयोग भी किया जाता है. गीता देवी सिर्फ 8वीं पास हैं. अपनी मेहनत और हुनर के दम पर साबुन बनाने की कला में निपुणता हासिल की हैं. इसे उन्होंने सफल व्यवसाय में बदने का काम किया है.