भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। चैंपियन ट्रॉफी 2025 में उनके खेलने पर सस्पेंस बना हुआ है। भारतीय क्रिकेट टीम में उनका नाम तो शामिल है लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है। आज 11 फरवरी को उनके खेलने या ना खेलने पर आखिरी फैसला लिया जाएगा। आज का बुमराह को लेकर फैसला भारतीय टीम के लिए काफी एहम है।
बुमराह खेलेंगे चैंपियन ट्रॉफी 2025 ?
19 फरवरी से शुरू होने वाला चैंपियन ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम की टीम घोषित हो चुकी है। भारतीय टीम के स्क्वाड में बुमराह को जगह दी गई है लेकिन उनके फिटनेस को लेकर आज आखिरी फैसला लिया जाएगा। इंजरी के कारण बीसीसीआई उनके फिटनेस पर नजर रखते हुएआज मेडिकल टीम, सिलेक्टर्स और टीम मैनेजमेंट के साथ बातचीत करने के बाद उनके खेलने या ना खेलने पर फैसला लेगी।
11 फरवरी डेडलाइन की आखरी तारीख
चैंपियन ट्रॉफी 2025 जो की 19 फरवरी से खेला जाएगा और आईसीसी के नियमों के मुताबिक हर टीम को 11 फरवरी 2025 तक अपने फाइनल स्क्वाड की घोषणा कर देनी है। इस वजह से बीसीसीआई बुमराह की फिटनेस के अपडेट का इंतजार कर रही है। ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, बुमराह ने हाल ही में बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सेलेंस में अपनी कमर का स्कैन करवाया था। उनके मेडिकल रिपोर्ट्स के बाद ही आखरी फैसला लिया जाएगा।
कैसे लगी थी बुमराह को चोट
जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 खेलते हुए चोट लगी थी जिसके कारन उन्हें मैदान छोरना परा था और उस मैच के दूसरी पारी में बुमराह बोलिंग करने नहीं आए थे। उस मैच में उन्हें बैक इंजरी हुए थी जिसके बाद उनके फिटनेस पर सवाल उठ रहे हैं।
बुमराह की जगह कौन ले सकता है
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अगर चैंपियन ट्रॉफी के लिए फिट नहीं हो पाते हैं तो उनकी जगह भारतीय टीम को रिप्लेसमेंट की तलाश करनी होगी।अब सवाल उठता है उनकी जगह कोण ले सकता है। अगर संभावना की बात की जाए तो बुमराह की जगह मोहम्मद सिराज या प्रसिद्ध कृष्ण को चैंपियन ट्रॉफी में खेलने का मौका दिया जा सकता है। हालांकि, बीसीसीआई ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
भारतीय टीम में बुमराह का महत्व
भारतीय टीम के लिए जसप्रीत बुमराह का चैंपियन ट्रॉफी में खेलना भारत के लिए काफी अहम साबित हो सकता है। अगर वह फिट होकर टीम में शामिल होते हैं तो भारत की टीम की जीत की संभावना काफी बढ़ जाती है।