Vastu Tips: घर में शंख का होना ही काफी ज्यादा शुभ माना जाता है। ये एक तरह से देखा जाए तो सकारात्मकता का प्रतीक होता है। इसे घर में रखने से बरकत और उन्नति आती है। साथ ही परिवार जनों के जीवन में से मुश्किलें और परेशानियां भी खत्म होती चली जाती हैँ।
परन्तु, क्या आपको पता है कि अगर आपके घर में भी शंख है तो कुछ खास तरह कि सावधानियां बरतने कि जरूरत होती है। ऐसे में आज हम आपको ये बताने जा रहे हैँ कि घर में शंख के होने का क्या मतलब है और आपको इसे किस दिशा कि ओर रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मानें तो पूजा घर में जो भी शंख रखा हुआ होता है, उसे गलती से भी नहीं बजाना चाहिए क्योंकि अशुभ फलों कि प्राप्ति हो सकती है। साथ ही नकारात्मकता का वास बढ़ सकता है।
एक और शंख रखें लेकिन इसे भगवान के मंदिर से थोड़ी सी दूरी में ही रखें। फिर सुबह और शाम विष्णु भगवान और माँ लक्ष्मी जी का नाम लेकर बजायें। देखेंगे कि नकारात्मकता दूर हो जाएगी और जीवन में सकारात्मकता का संचार दो गुना तक अधिक बढ़ जाएगा।
मान्यता है कि जिस भी घर में सुबह और शाम शंख बजाया जाता है उस घर में वास्तु दोष लगभग समाप्त सा हो जाता है। दरअसल, कहा तो ये भी जाता है कि शंख माँ लक्ष्मी जी का ही प्रतीक है। इसलिए इसे सुबह व शाम दोनों समय बजाने से माँ लक्ष्मी जी के आगमन कि सम्भावना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं घर में धन के साथ सुख – समृद्धि और शांति का आगमन भी होता जाता है।
शंख के संग करें ये काम
माँ लक्ष्मी जी और भगवान विष्णु जी कि कृपा प्राप्ति के लिए शंख को आप प्रत्येक शनिवार को गंगा ज़ल इसके ऊपर जरूर छिड़कें। ये हर तरीके के वास्तु दोष को दूर करने में काफी ज्यादा मदद करते हैँ।
जिन भी बच्चों का पढ़ने में नहीं लगता है मन, शंख के उपाय करेंगे उनकी भी खास मदद
बहुत ही बच्चे होते हैँ जो पढ़ने में तो बहुत अच्छे होते हैँ परन्तु वे पढ़ने में पूर्ण रूप से मन को लगा नहीं पाते हैँ। ऐसे में शंख से जुड़ा ये खास उपाय काफी ज्यादा काम आ सकता है। बस करना ये है कि शंख को लेना है और इसे बच्चों के स्टडी रूम में उत्तर दिशा कि ओर रख देना है। सुबह के समय जो भी बच्चे नहा धो के शंख माँ सरस्वती का नाम लेकर बजायेंगे। उनके जीवन से हर तरह कि नेगेटिव समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही बच्चों का पढ़ने में भी पूर्ण रूप से मन लगने लगेगा।