Big Change: 1 फरवरी 2025 से देश में कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं, जो आम आदमी के दैनिक जीवन और वित्तीय लेनदेन को प्रभावित करेंगे। 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया जाएगा, और इसके साथ ही तेल कंपनियां एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों की मासिक समीक्षा भी करेंगी।
आइए, इन प्रमुख बदलावों पर एक नजर डालते हैं:
1. यूपीआई ट्रांजैक्शन लिमिट में बदलाव: फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए यूपीआई 123पे सेवा के तहत लेनदेन की सीमा को बढ़ाकर 10,000 रुपये किया जा रहा है, जो पहले 5,000 रुपये थी। यह बदलाव डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
2. एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में संशोधन: हर महीने की पहली तारीख को तेल विपणन कंपनियां एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा करती हैं। 1 फरवरी 2025 से घरेलू और वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में बदलाव की संभावना है, जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा।
3. बैंकिंग नियमों में परिवर्तन: बैंकिंग सेवाओं में सुधार के लिए कुछ नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं। हालांकि, इन परिवर्तनों के विस्तृत विवरण के लिए संबंधित बैंक की आधिकारिक अधिसूचनाओं की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
4. फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के नियमों में बदलाव: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट से संबंधित कुछ नियमों में बदलाव की घोषणा की है, जो 1 फरवरी 2025 से लागू होंगे।
आपने सही कहा कि हर महीने की पहली तारीख को तेल विपणन कंपनियां एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों की समीक्षा करती हैं। हाल ही में, 1 जनवरी 2025 को, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 14 से 16 रुपये तक की कटौती की गई थी, जबकि घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
1 फरवरी 2025 को केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया जाएगा, और इसके साथ ही तेल कंपनियां एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों की मासिक समीक्षा भी करेंगी। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बजट से ठीक पहले तेल कंपनियां आम आदमी को कोई राहत प्रदान करती हैं या नहीं। घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में किसी भी बदलाव की जानकारी के लिए हमें 1 फरवरी 2025 की आधिकारिक घोषणाओं का इंतजार करना होगा