Bihar politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर से एक नया मोड़ आया है। जहां एनडीए घटक दल के सांसद और विधायक के बीच तीखी गाली-गलौज देखने को मिली। जेडीयू विधायक डॉ संजीव और लोजपा रामविलास के सांसद राजेश वर्मा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। जेडीयू विधायक डॉ संजीव ने खगड़िया सांसद राजेश वर्मा पर हमला बोलते हुए उन्हें ‘चिरकुट’, ‘चोर’ और ‘गीदड़’ तक कह डाला।

रावण का भी घमंड टूट गया है, ये कौन होते हैं हमें चुनौती देने वाले! – राजेश वर्मा
जेडीयू विधायक डॉ संजीव ने कहा कि, “राजेश वर्मा को सबक सिखा देंगे।” संजीव ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने खगड़िया में दो पावर स्टेशन और मेडिकल कॉलेज बनवाए, लेकिन कुछ लोग उनका श्रेय ले रहे हैं। सांसद राजेश वर्मा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा, “रावण का भी घमंड टूट गया है, ये कौन होते हैं हमें चुनौती देने वाले!” वर्मा ने यह भी कहा कि अब राजनीति में शस्त्र नहीं, शास्त्र की बात होती है और जो लोग शस्त्र उठाने की बात करते हैं, उनका वक्त खत्म हो चुका है।
2025 से पहले शस्त्र उठाकर चुनाव लड़ा जाता था अब शास्त्र उठाना होगा
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ये सियासी टकराव बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ लेता नजर आ रहा है। एक तरफ जहां जेडीयू विधायक डॉ संजीव ने शस्त्र उठाने की धमकी दी, वहीं सांसद राजेश वर्मा ने इस मुद्दे को संस्कारों और शास्त्रों के माध्यम से सुलझाने की बात की। बिहार की राजनीति में यह तेज-तर्रार बयानबाजी सत्ता और आरोप प्रत्यारोप से बिहार की राजनीति गरमाई हुई है। उन्होंने कहा साल 2005 से पहले शस्त्र उठाकर चुनाव लड़ा जाता था, लेकिन अब चुनाव के लिए शास्त्र उठाना होगा।