Bihar Politics news : लालू प्रसाद ने कभी कहा था नीतिश कुमार के पेट में दांत है। इन्हें समझ पाना आसान बात नहीं है। अभी तक जब जब नीतीश जी किसी भी पार्टी से नाराज होते हैं तब तब वो पार्टी बदल लेते हैं। कुछ दिन पहले ये कयास लगाया जा रहा था कि नीतीश कुमार मकर संक्रांति के बाद आरजेडी में शामिल हो सकते हैं। उधर लालू प्रसाद यादव और बाकी लोगों ने आरजेडी में आने का ऑफर नीतीश कुमार को दिया था। लालू के इस ऑफर के बाद बिहार की सियायत काफी गर्म हो गई थी। फिर नीतीश कुमार ने ये अहसास करवा दिया कि वो बीजेपी के साथ ही हैं।

मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे पर हुई थी जमकर बयानबाजी, तेजस्वी ने कहा था दिल डील फिक्स करने गए हैं
जब 17 फरवरी को नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा को स्थगित कर के दिल्ली दौरे पर गए थे तब ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे। उन्हें दिल्ली जीत की बधाई देंगे और साथ ही साथ बिहार के कई मुद्दों पर बात भी करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे को लेकर भी बिहार में राजनीति काफी गरम थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा था कि नीतीश जी बीजेपी की कठपुतली हैं। कभी मोदी जी से हाथ मिलाते हैं तो कभी उनका पैर छूते हैं। तेजस्वी ने यहां तक कह दिया कि मुख्यमंत्री को बिहार की जनता से कोई मतलब नहीं है वो गए हुए हैं अपनी डील फिक्स करने।
दिल्ली दौरे के वक्त CM नीतीश कुमार से नहीं मिले PM मोदी
जब नीतीश जी दिल्ली दौरे पर थे तो कयास थी कि वो पीएम मोदी से मिलेगे, लेकिन पीएम मोदी नीतीश कुमार से नहीं मिले। इसके पहले भी ऐसी घटना एक दो बार हो चुकी है। हालांकि अभी पीएम मोदी बिहार दौरे कर भागलपुर आने वाले हैं। लेकिन नीतीश जी पीएम मोदी से अब दूरी बनाते हुए नजर आ रहे हैं।
दिल्ली मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार नहीं होंगे मौजूद
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित नहीं होंगे। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार अब अपनी यात्रा को स्थगित नहीं करेंगे। प्रगति यात्रा के दौरान उन्हें बिहार की समीक्षा बैठक भी करनी होती है। जिसके वजह से वो दिल्ली मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद नहीं होंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश कुमार बीजेपी से नाराज दिख रहे हैं। जब वो ऐसा रवैया अपनाते हैं तब बिहार की सियासत में उठक– पटक शुरु हो जाती है। अब देखना है आगे बिहार की सियासी रंग कैसा रहेगा। बिहार में खेला होगा या NDA की सरकार बनेगी।