Bihar Politics: बिहार में एक बार शराब का मुद्दा उठा है। नीतीश कुमार ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू कर दिया था। कई सालों से बिहार में शराब बंदी कानून को सख्ती से पालन से करवाने के लिए नीतीश कुमार ने कई प्रयोग किए, मानव श्रृंखला बनवाएं, शिक्षक और पुलिस को शराब बंदी कानून सख्ती से लागू करवाने के लिए कार्य पर लगवाया । इसके बाद भी बिहार में शराब को फिर से चालू करवाने के लिए राजनीति शुरु हो गई है। जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार की जनता से वादा किया है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो सबसे पहले बिहार में शराब बंदी को हटाएंगे।

शराब को लेकर तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
बिहार में शराबबंदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बात फिर नीतीश कुनार पर निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में शराब बंदी कानून पूरी तरह से फेल है। तेजस्वी ने कहा अगर उनकी सरकार बनती है तब वो इस कानून में बड़ा बदलाव करेंगे और ताड़ी को शराबबंदी से अलग करेंगे। तेजस्वी ने शराब बंदी कानून पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में जहरीली शराब से अब तक 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। 1 अप्रैल 2016 से 31 अगस्त 2024 तक 12 लाख से ज्यादा लोगों की शराबबंदी के चलते गिरफ्तारी हुई है। मद्य निषेध विभाग ने 5 लाख 43 हजार 326 और 6 लाख के करीब लोगों को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तेजस्वी ने कहा अगर इस बात उनकी सरकार बनती है तो वो इस बार शराब बंदी का क़ानून में परिवर्तन करेंगे।
कांग्रेस ने कहा बिहार में शराबबंदी खत्म होगी, जगह– जगह खुलेंगे ठेके
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ऐलान ही किया था कि वो शराब बंदी कानून में परिवर्तन करेंगे उसके कुछ ही घंटों के बाद कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने ये ऐलान कर दिया कि अगर उनकी सरकार बनती है तो बिहार से शराबबंदी खत्म कर दी जाएगी और पहले की तरह बिहार में शराब के ठेके फिर से खोले जाएंगे। कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार शराबंदी को लेकर ठीक से काम नहीं कर रही है। सरकार का हाल गुड़ खाए गुलगुले से परहेज का है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने पंचायत स्तर पर ठेका खुलवाया था,लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे। कोटे के आधार पर ठेकों का वितरण होगा और शराबबंदी कानून को बिहार से खत्म किया जाएगा।