BPL Ration Card: उत्तर प्रदेश में राशन कार्ड धारकों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है। अब मुफ्त अनाज (चावल और गेहूं) का लाभ उठाने के लिए लाभार्थियों को e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक-केवाईसी) कराना अनिवार्य होगा। इसके लिए 15 फरवरी तक का समय दिया गया है। यदि कोई राशन कार्ड धारक e-KYC नहीं कराता है, तो उसका राशन कार्ड निरस्त कर दिया जाएगा और उसे मुफ्त राशन का लाभ नहीं मिलेगा।
इसकी शुरुआत गोरखपुर और इटावा
इसकी शुरुआत गोरखपुर और इटावा जैसे जिलों में हो चुकी है, जहां बड़ी संख्या में राशन कार्ड धारकों ने अभी तक e-KYC नहीं कराई है। यदि तय समय सीमा तक e-KYC नहीं कराई गई, तो राशन कार्ड धारकों को राशन प्राप्त नहीं होगा। साथ ही, फर्जी राशन कार्डधारकों की पहचान कर उन्हें भी हटाया जाएगा।
सभी राशन कार्ड धारकों को जल्द से जल्द e-KYC करानी होगी, अन्यथा वे मुफ्त राशन योजना से वंचित हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में राशन कार्ड के लिए ई-केवाईसी की प्रक्रिया को लेकर जो बदलाव किए गए हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस नए कदम का उद्देश्य राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी और अधिक प्रभावी बनाना है।
महत्वपूर्ण बातें:
1. समय सीमा बढ़ाई गई है: पहले 31 दिसंबर तक का समय दिया गया था, लेकिन अब यह समय बढ़ाकर 15 फरवरी कर दिया गया है। इस बदलाव के तहत, यदि कोई लाभार्थी समय पर e-KYC नहीं कराता, तो उसका राशन कार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।
2. राशन कार्ड की अपडेटेड जानकारी: राशन कार्ड धारकों को अपने परिवार के सभी सदस्यों का ई-केवाईसी कराना होगा। यदि परिवार का कोई सदस्य e-KYC नहीं कराता, तो उसे कार्ड से हटा दिया जाएगा और उसके हिस्से का राशन भी कम हो जाएगा।
3. राशन डीलरों का सहयोग: राशन डीलरों को निर्देश दिए गए हैं कि वे घर-घर जाकर लाभार्थियों को ई-केवाईसी कराने के लिए प्रेरित करें। यदि कोई व्यक्ति दूसरे राज्य में भी है, तो वह वहां भी अपनी e-KYC करवा सकता है।
4. फर्जी राशन कार्ड का निवारण: e-KYC प्रक्रिया से फर्जी राशन कार्डधारकों का पता लगाने में मदद मिलेगी, और उन्हें योजना से बाहर किया जाएगा।
5. इटावा में बड़ी संख्या में लाभार्थी प्रभावित: इटावा जिले में लगभग 4 लाख लोग ई-केवाईसी प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए हैं, जिससे वे मुफ्त राशन से वंचित हो सकते हैं। जिला पूर्ति अधिकारी ने यह चेतावनी दी है कि यदि समय पर ई-केवाईसी नहीं होती है, तो इन लाभार्थियों को राशन नहीं मिलेगा