Budget 2025 Update: गिग वर्कर्स को स्वास्थ्य सुविधा देगी मोदी सरकार, बजट में हुआ तगड़ा ऐलान

Budget 2025 Update: मोदी 3.0 सरकार (modi government 3.0) का पहला पूर्ण बजट कई वर्गों के लिए खुशियां लेकर आया. सबसे बड़ी सौगात जो मिली वो मिडिल क्लास (middle class) है. दूसरी तरफ किसानों को भी खुश करने में कोई कमी नहीं छोड़ी. इसके अलावा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़े लोगों का भी दिल जीतने का काम किया है. केंद्र सरकार (central government) की तरफ से बजट 2025-26 में देश के गिग वर्कर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़े कर्मचारियों के लिए एक बड़ी घोषणा की गई है.

बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण (nirmla sitharaman) ने कहा संसद में कहा कि सरकार गिग वर्कर्स की पहचान और रजिस्ट्रेशन के लिए एक विशेष योजना लागू करने का काम करेगी. इससे फ्रीलांसर, डिलीवरी बॉय और कैब ड्राइवर जैसे कर्मचारियों को सोशल सिक्योरिटी और हेल्थकेयर को फायदे देखने को मिलेंगे. इनके लिए अलग से पहचान पत्र जार किया जाएगा.

गिग वर्कर्स को क्यां मिलेंगी सुविधाएं

बजट 2025 पेश करते हुए गिग वर्कर्स (gig workers) के लिए कुछ बड़े ऐलान किए गए हैं. गिग और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म वर्कर्स को सरकार द्वारा पहचान पत्र और ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इसके साथ ही उन्हें पीएम जन आरोग्य योजना के तहत हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा का फायदा दिया जाएगा. इसका लाभ देशभर के करीब 1 करोड़ गिग वर्कर्स को होगा.

सरकार क्यों दे रही मदद?

मौजूदा समय में फूड डिलीवरी, कैब ड्राइवर, फ्रीलांसर लॉजिस्टिक्स और ऑनलाइन सर्विसेज में लाखों लोग गिग वर्कर के रूप में काम कर रहे हैं. उनका रोजगार अस्थायी रहता है. इन पर कंपनियों की ओर से कोई अतिरिक्त सुरक्षा या लाभ नहीं दिया जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने गिग इकोनॉमी कर्मचारियों के लिए यह बड़ा फैसला लिया है.

सबसे खास बात कि गिग वर्कर्स (gig workers) के लिए सरकार की तरफ से ई-श्रम पोर्टल पर उनका रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इससे उन्हें सरकारी योजनाओं का फायदा मिल सकेगा. यह पोर्टल पहले से ही असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए काम कर रहा है. अब गिग वर्कर्स (gig workers) को भी इसमें शामिल करने का काम किया जा सकता है.

जानिए किन्हें कहते हैं गिग वर्कर?

जानकारी के लिए बता दें कि काम के बदले भुगतान के आधार पर रखे हुए कर्मचारियों को गिग वर्कर कहा जाता है. ऐसे कर्मचारी कंपनी के साथ काफी लंबे समय तक भी जुड़े रहते हैं. इसमें संयुक्त रूप से ठेके पर काम करने वाले कर्मी, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के लिए काम करने वाले कर्मचारी, ठेका फर्म के कर्मचारी आदि शामिल रहते हैं.