Budget 2025: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को अपना बजट (Budget 2025) पेश करने जा रही हैं. सरकार की तरफ से पेश किए जाने वाला बजट 1 अप्रैल 2025 (Budget 2025) से 31 मार्च 2026 तक लागू किया किया जाएगा. इस बजट से नौकरी पेशे से लेकर असंगठित वर्ग और किसानों को भी काफी उम्मीदें हैं.
सरकार किसानों को लुभाने के लिए कुछ बड़ा ऐलान कर सकती है. कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना (Pm Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत मिलने वाली किस्त की राशि को बढ़ाया जा सकता है.
इस योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाकर अब 10,000 रुपये किया जा सकता है. केंद्र सरकार (Central Government) ने बजट में यह घोषणा की तो फिर लगभग 12 करोड़ किसानों को लाभ देखने को मिलेगा. इससे प्रत्येक किस्त की राशि में भी इजाफा हो जाएगा, जो किसी बड़े तोहफे की तरह साबित होगी. हालांकि, सरकार ने ऑफिशियली तौर पर कुछ नहीं कहा है.
किसान संगठन कर रहे मांग
क्या आपको पता है कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना (Pm Kisan Samman Nidhi Yojana) की किस्त की राशि को बढ़ाने की मांग किसान लंबे समय से कर रहे हैं. कई बार किसान यूनियनों की तरफ से मोदी सरकार (Modi Government) के लिए ज्ञापन भी सौंपे जा चुके हैं. इस बार पेश होने वाले बजट से किसानों को बड़ी उम्मीदें हैं. सरकार ने सालाना किस्त की राशि को बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दिया तो फिर किस्मत चमकनी तय है.
मौजूदा समय में किसानों को इस योजना से 2,000 रुपये की तीन किस्तों में 6,000 रुपये दिए जाते हैं. 10000 रुपये होते ही फिर प्रत्येक किस्त में लगभग 3400 रुपये की राशि प्रोवाइड कराई जाएगी. अब सभी की नजरें 1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण पर होगी. किसान बड़ी उम्मीद लगाए बैठे हैं.
क्या कहते छोटे किसान?
पीएम किसान सम्मान निधि योजना (Pm Kisan Samman Nidhi Yojana) की किस्त की राशि बढ़ने की मांग काफी दिनों से की जा रही है. इस पर जब Timesbull.com ने कुछ किसानों से बात की तो सबकी राय एक जैसी दिखी. जिला मुरादाबाद के भूड़ निवासी महिपाल सिंह पेश से किसान हैं, वो कहते हैं कि 2,000 रुपये में कुछ नहीं होता. सरकार खाद-बीज के लिए यह राशि देती है, जिससे इसकी भरपाई भी नहीं हो पाती है.
उनका कहना कहना है कि सरकार को किस्त की राशि बढ़ाकर दो गुनी कर देनी चाहिए. इसी गांव के समरपाल सिंह कहते हैं कि, भाई खर्च बहुत है. खाद-बीज के दाम लगातार आसमान छूते जा रहे हैं, इसलिए सरकार जब राहत राशि दे रही है तो इसे बढ़ा देना चाहिए. बाकी कई किसानों से हमने बात की सभी ने फसलों को उगाने में खर्च काफी बताया. अब सभी को 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट से काफी उम्मीदें हैं.