पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री का मानना है कि जसप्रीत बुमराह की संभावित अनुपस्थिति चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम को काफी कमजोर कर सकती है। हालांकि, उन्होंने इस मुख्य तेज गेंदबाज की राष्ट्रीय टीम में वापसी में जल्दबाजी नहीं करने की सलाह दी है।
बुमराह की चोट और चैंपियंस ट्रॉफी
बुमराह को जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट में पीठ में खिंचाव आ गया था, जिसके बाद से वह मैदान से बाहर हैं। उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए शुरुआती टीम में शामिल किया गया है, लेकिन उनकी फिटनेस को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। बुमराह इस समय राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं और इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी नहीं खेल रहे हैं।
शास्त्री की चिंता
शास्त्री ने आईसीसी ‘रिव्यू’ में कहा, ‘‘बुमराह के फिट नहीं होने से भारत की (चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की) संभावना 30 से 35 प्रतिशत कम हो जाएगी।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘पूरी तरह से फिट बुमराह के खेलने से आपके पास ‘डेथ ओवरों’ में अच्छी गेंदबाजी की गारंटी होती है।’’
जल्दबाजी में वापसी खतरनाक
शास्त्री ने बुमराह को जल्दबाजी में वापसी कराने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनका जल्दबाजी में वापसी कराना बहुत जोखिम भरा है। भारत को आगे काफी क्रिकेट खेलना है और अपने करियर के इस पड़ाव पर मुझे लगता है कि वह बहुत ही ज्यादा अहम हैं और उन्हें अचानक एक मैच के लिए नहीं बुलाया जाना चाहिए।’’
शमी की वापसी सकारात्मक
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर रिकी पोंटिंग ने कहा कि बुमराह की अनुपस्थिति से ध्यान शमी पर लग सकता है, जिन्होंने चोट और रिहैबिलिटेशन के बाद 14 महीने के बाद भारतीय टीम में वापसी की है। उन्हें यह भी लगता है कि ऑस्ट्रेलिया में बुमराह की पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव इसलिए भी हुआ हो सकता है क्योंकि दूसरे छोर पर उन्हें शमी का समर्थन नहीं मिला। पोंटिंग ने कहा, ‘‘शमी के नहीं होने की वजह से उन्हें शायद उस सीरीज में थोड़ी ज्यादा गेंदबाजी करनी पड़ी। इसलिए अगर शमी फिट है तो यह सकारात्मक बात है।’’
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की उम्मीदें
जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम के अहम सदस्य हैं और उनकी अनुपस्थिति में टीम कमजोर जरूर होगी। हालांकि, शमी की वापसी और अन्य तेज गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन से भारत चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।