भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पुणे टी20 मैच में कन्कशन सब्स्टीट्यूट रूल काफी जयादा चरचे में आ गया है और इस रूल पर इस मैच के बाद कई सवाल भी उठ रहे हैं। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज हर्षित राणा को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में शामिल किए जाने पर इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर और पूर्व कप्तान केविन पीटरसन के साथ-साथ इंग्लिश कॉमेंटेटर ने नाराजगी जाहिर की है। इस पूरे मामले पर भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने बड़ा खुलासा किया है।
मोर्ने मोर्केल ने किया खुलासा
मोर्ने मोर्केल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि टीम मैनेजमेंट ने नियमों के अनुसार शिवम दुबे के जगह पर हर्षित राणा का नाम मैच रेफरी को भेजा था। शिवम दुबे को इस मैच में बल्लेबाजी करते हुए सिर पर चोट लगी थी जिसके बाद मेडिकल टीम ने उन्हें आराम करने को कहा था । मोर्केल ने कहा: शिवम् दुबे को चोट लगमे के कारन सर में दर्द हो रही थी जिसके कारन वो ब्रेक में बाहर चले गए। उन्होंने बताया के हमने मैच रेफरी को नाम भेजा उसके बाद इनके जवाब का इंतजार किया और जब वहा से मंजूरी मिली तब हमने हर्षित को मैदान पे उतारने के लिए तैयार किया।
इंग्लिश टीम ने दिखाए नाराजगी
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने मैच के बाद कहा कि वह इस फैसले पर मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ से स्पष्टीकरण मांगेंगे। पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर निक नाइट और केविन पीटरसन ने भी इस फैसले पर सवाल उठाए। उनका कहना था के शिवम् दुबे एक बैटिंग ऑल राउंडर है लेकिन हर्षित राणा एक तेज गेंदबाज हैं तो वो इस रूल के तहत मैदान में कैसे आ सकते हैं।
क्या कहता है कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम?
ICC के कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम की बात की जाय तो अगर कोई खिलाड़ी के सिर या आंख में चोट लगती हे तो टीम समान स्किल वाले खिलाड़ी को रिप्लेसमेंट के रूप में मैदान में भेज सकती है। हालाँकि, यह निर्णय मैच रेफरी की मंजूरी के बाद ही लिया जाता है।
हर्षित राणा का शानदार डेब्यू प्रदर्शन
हर्षित राणा के लिए यह उनका ड्रीम डेब्यूट था उन्होंने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन विकेट चटकाया। उन्होंने अपने पहले ही ओवर में इंग्लैंड के जबरदस्त बल्लेबाज लियाम लिविंगस्टोन को आउट कर दिया और उसके बाद जैकब बेथल और जेमी ओवरटोन का विकेट चटकाया। उन्होंने 4 ओवर के स्पेल में 33 रन देकर तीन विकेट चटकाय और भारत के जीत में एहम रोल निभाया।