कन्कशन सब्स्टीट्यूट रूल: क्या है यह नियम और कैसे पुणे में इंग्लैंड को पड़ा भारी?

भारत और इंग्लैंड के बीच में टी20 सीरीज खेला जा रहा है। जिसका चौथा मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन में खेला गया। इस मैच में भारतीय टीम ने मैच को 15 रनो से जीत हासिल कर इस सीरीज को अपने नाम कर लिया है। इस मैच में भारत के लिए कन्कशन सब्स्टीट्यूट रूल काफी फायदेमंद साबित हुआ , जिसके तहत हर्षित राणा को खेलने का मौका मिला और उन्होंने शानदार 3 विकेट चटकाय ।

हर्षित राणा के दम पर भारतीय टीम ने जीता मैच

इस मैच में सब्सीट्यू टरूल के तहत हर्षित राणा को डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने इस मैच में जबरदस्त बल्लेबाज लियम लिविंगस्टोन को आउट कर दिया। यह विकेट मैच के लिए काफी टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। इसके बाद उन्होंने जैकब बेथल और जेमी ओवरटोन को भी आउट कर दिया जिससे भारतीय टीम की जीत की उम्मीद और भी ज्यादा बढ़ गई। हर्षित राणा ने अपने चार ओवर के स्पेल में 33 रन देकर शानदार तीन विकेट चटकाए जो की एक खिलाडी के लिए ड्रीम डेब्यू होता है।

क्या है कन्कशन सब्स्टीट्यूट रूल?

ICC के नियमों के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी को मैदान पर सर और आंख में चोट लगती है तो टीम को उसे खिलाड़ी के स्थान पर कनेक्शन सब्सीट्यूट उतारने की अनुमति होती है लेकिन यह रिप्लेसमेंट लाइक-फॉर-लाइक पर होना चाहिए यानी अगर कोई बल्लेबाज चोटिल होता है तो उनकी जगह पर बल्लेबाज ही मैदान पर वापस आ सकते हैं और अगर किसी कोई गेंदबाज चोटिल होता है तो उसके बदले में सिर्फ गेंदबाजी मैदान पर शामिल हो सकते हैं।

क्या हर्षित का सिलेक्शन सही था

यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि हर्षित राणा एक तेज गेंदबाज हैं और वहीं शिवम दुबे एक बैटिंग और ऑल राउंडर है। नियमों के अनुसार बॉलर के बदले बॉलर और बैट्समैन के बदले बैट्समैन ही इस रिप्लेस हो सकता है। ऐसे में इस फैसले को लेकर काफी बहस हो रही है।

इंग्लैंड के खेमे में बढ़ी नाराजगी

ऐसे में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसनऔर क्रिकेट विश्लेषक हर्ष भोगले ने इस फैसले पर सवाल उठाया। पीटरसन ने कहा कि जोस बटलर इस रूल से बिल्कुल खुश नहीं थे और इस फैसले से इंग्लैंड को काफी नुक्सान हुआ और इंग्लैंड के हार का सबसे बड़ा कारन भी यही था।