CTET and TET Exam: महिलाओं के लिए बड़ी खुशखबरी! इतने अंकों से पास हो सकेंगी CTET और TET

CTET and TET Exam: बिहार में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी/सीटीईटी) देने वाली महिलाओं, पिछड़ा वर्ग और अतिपिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब इन वर्गों के लिए उत्तीर्ण होने के लिए 150 में से केवल 82 अंक लाना पर्याप्त होगा। इससे पहले, इन वर्गों को उत्तीर्ण होने के लिए कम से कम 82.5 अंक लाना अनिवार्य था।

यह निर्णय शिक्षा विभाग द्वारा 5 मार्च 2025 को जारी आदेश के तहत लिया गया है, जिससे अब उम्मीदवारों को परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए थोड़ा राहत मिल सकेगा। यह कदम उन उम्मीदवारों के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित होगा, जो पहले अंक सीमा को पूरा नहीं कर पा रहे थे।

बिहार के शिक्षा विभाग ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश और NCTE के दिशा-निर्देशों के तहत एक अहम फैसला लिया है। अब महिला वर्ग, पिछड़ा वर्ग (OBC), और अतिपिछड़ा वर्ग (EBC) के उम्मीदवारों के लिए टीईटी/सीटीईटी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए 82 अंक ही पर्याप्त होंगे, जबकि पहले इन्हें उत्तीर्ण होने के लिए 82.5 अंक लाने की आवश्यकता थी।

शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि पहले इन वर्गों के लिए उत्तीर्ण मानक 150 में से 82.5 अंक था, जो 55 प्रतिशत के बराबर था। लेकिन अब NCTE ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश के पालन में इसे घटाकर 82 अंक कर दिया है।

यह निर्णय उन उम्मीदवारों के लिए राहत देने वाला है जो पहले 82.5 अंक से थोड़ा कम अंक प्राप्त कर पा रहे थे।

पूर्व में पासिंग मार्क्स के बारे में जानकारी इस प्रकार थी

महिला वर्ग, पिछड़ा वर्ग (OBC) और अतिपिछड़ा वर्ग (EBC) के लिए उत्तीर्ण होने के लिए 150 में से 82.5 अंक (55%) आवश्यक थे।

अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के उम्मीदवारों के लिए 50% अंक (150 में से 75 अंक) पर उत्तीर्ण माना जाता था।

सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 60% अंक (150 में से 90 अंक) अनिवार्य थे।

अब, महिला वर्ग, पिछड़ा वर्ग और अतिपिछड़ा वर्ग के लिए उत्तीर्ण अंक को घटाकर 150 में से 82 कर दिया गया है।

अन्य कोई बदलाव नहीं किया गया है, और पासिंग मार्क्स वही बने हैं:

SC/ST के लिए 50% अंक,

सामान्य वर्ग के लिए 60% अंक।

BPSC TRE 3.0 के चयनित अभ्यर्थियों के लिए काउंसलिंग 19-20 मार्च 2025 को आयोजित की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में जिला आवंटन के लिए एक विभागीय कमेटी का गठन कर दिया है।

प्राथमिक शिक्षा निदेशक के अनुसार, जिन अभ्यर्थियों का जिला आवंटन छूट गया था, उनके लिए यह प्रक्रिया जल्दी ही पूरी की जाएगी। 19-20 मार्च तक सभी चुने गए कैंडिडेट्स की काउंसलिंग प्रक्रिया संपन्न की जाएगी।

इससे अभ्यर्थियों को जिले के आवंटन के बाद अपनी नियुक्ति और अन्य संबंधित प्रक्रिया पूरी करने में मदद मिलेगी।