नई दिल्ली: वाहनों और क्रेडिट कार्ड के बकायों को लेकर जनवरी के तुरंत पहले पर्सनल लोन की वृद्धि दर कम होने के बाद 14.2 फीसदी पर पहुंच चुकी है। एस साल पहले यह 18 फीसदी के आसपास पहुंच गई थी।
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक गैर खाद्य क्षेत्र की वृद्धि दर 12.5 फीसदी पर पहुंच गई है। वहीं ये एक साल पहले 16 फीसदी के आसपास बनी हुई थी।
जानकारी के अनुसार 24 जनवरी 2025 के दौरान कृषि और उससे संबंधित गतिविधियों को लेकर 12 फीसदी की वृद्धि हुई है। ये एक साल पहले तक 20 फीसदी हुआ करती थी। उद्योग को दिया जाने वाला कर्ज बढ़ाने के बाद 8.2 फीसदी किया गया है। वहीं पिछले साल यह 7.5 फीसदी पर पहुंच गया था। प्रमुख उद्योगों में पेट्रोलियम, कोयला उत्पाद और परमाणु ईंधन, बुनियादी धातु और धातु उत्पाद के बकाया कर्ज में कमी देखने को मिल रही है।
क्या होता है पर्सनल लोन
पर्सनल लोन जरूरत के हिसाब से कम दस्तावेजों के बैंकों को मिलने जा रहा कर्ज बताया गया है। इसमें व्यक्तियों की बात करें तो इमरजेंसी का उपयोग करना आसान रहता है। अपनी भुगतान क्षमता के मुताबिक देखा जाए तो जितना आप चुकाने वाले हैं उससे अधिक उधार लेना आपको दिक्कत में डाल सकता है।
किस बैंक से पर्सनल लोन लेना पड़ेगा सही
बैंक द्वारा ग्राहकों को पर्सनल लोन लेने की पेशकश की जा रही है। बैंक ये भी दावा कर रहा है कि कर्ज बहुत कम दरों पर दिया जा रहा है। ईमेल या एसएमएस के माध्यम से भी ग्राहकों को ये दिया जा रहा है। लेकिन आप आफर को भुनाने की भूल नहीं करें। बैंक का आफर स्वीकार करने के बाद आप कुछ बेहतर डील का अवसर गंवा देंगे। इसलिए आप बेहतर तरीके से रिसर्च करने के बाद पर्सनल लोन के लिए आवेदन करें। आप ध्यान रखें कि सबसे कम ब्याज दर वाला होम लोन है।