Delhi Assembly Elections 2025 Update: दिल्ली विधानसभा चुनाव (delhi assembly elections) आम आदमी पार्टी (Aam aadmi party) ही नहीं बीजेपी और कांग्रेस के लिए भी नाक का सवाल बन गया है. तीनों पार्टियां अपना वर्चस्व बनाने के लिए एड़ी से चोटी तक जोर लगाती दिख रही हैं. आप संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं के आधार पर वोट मांग रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी शराब नीति में भ्रष्टाचार और शीशमहल जैसे मुद्दे बनाकर घेर रही है.
बीजेपी की तरफ से खुद पीएम मोदी और अमित शाह ने कमान संभाल रखी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली सरकार पर जमकर प्रहार किया. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र भी दिया.
पीएम मोदी ने केजरीवाल के नारे पर कसा तंज
दिल्ली चुनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narender Modi) ने दिल्ली में मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम में अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान मोदी ने अपने कार्यकर्ताओं को जीत के लिए दो बड़े टारगेट दिए हैं. उन्होंने आम आदमी पार्टी (Aadm Aadmi Party) के नारे फिर आएंगे केजरीवाल पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि ये कह रहे हैं कि फिर आएंगे, पर जनता कह रही फिर खाएंगे.
इस दौरान पीएम मोदी ने शीशमहल को लेकर भी आप पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने काह कि दिल्ली में संगठन की ताकत , हर बूथ पर तीन-तीन चार-चार पीढ़ी के कार्यकर्ता हैं. यही शक्ति इस बार चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत दिलाने का काम करेगी. मोदी ने कहा कि इस चुनाव में केवल जीत ही काफी नहीं है.
हर पोलिंग बूथ पर दो टारगेट के साथ काम करना पड़ेगा. पहला लक्ष्य होना चाहिए मतदान में सारे रिकॉर्ड टूटे, जितना बीते दस साल में मतदान हुआ इससे कहीं ज्यादा मतदान हमारे बूथ में होगा. दूसरे लक्ष्य यह दिया कि बीजेपी को 50 फीसदी से ज्यादा वोट कैसे प्राप्त हों. इसके लिए बूथ में रहने वाले लोगों का दिल जीतने के साथ उनकी दुआएं लेनी होंगी
आप वालों ने दिल्ली के लोगों से किया विश्वासघात
पीएम नरेंद्र मोदी (pm nareder modi) के संबोधन में आम आदमी पार्टी ही निशाने पर रही. उन्होंने कहा कि आप वालों की आप-दा और उनके झूठ व फरेब से अब ऊब चुके हैं. पहले कांग्रेस ने फिर आप वालों की आप-दा ने दिल्लीवासियों से विश्वासघात किया है. आप-दा वाले हर रोज कोई नई घोषणा कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि रोज हार की नई खबरें मिल रही हैं. मोदी ने कहा कि यह (आप वाले) इतने घबराए हुए हैं कि रोज सुबह नई घोषणा करनी पड़ रही है.