Delhi Chunav Voting Percentage 2025: दिल्ली विधासभा चुनाव में सभी 70 सीटों पर बुधवार को मतदान संपन्न हो गया. चुनाव में 60.44 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुआ, जहां मुस्तफाबाद में सबसे ज्यादा लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया. कई एजेंसियों की तरफ से दिल्ली चुनाव पर एग्जिट पोल जारी कर दिए गए हैं. दो एग्जिट पोल को छोड़ दिया जाए तो सभी ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का दावा किया गया है.
9 में से सिर्फ दो ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है. अभी यह एग्जिट पोल है, एग्जेक्ट नतीजे तो 8 फरवरी को आएंगे. अब सभी को नतीजों को बड़ी ही बेसब्री से इंतजार है. आम आदमी पार्टी से लेकर बीजेपी तक सरकार बनाने का दावा कर रही हैं, लेकिन असल पिक्चर तो शनिवार को ही साफ हो सकेगी.
वीआईपी सीटों पर क्या रहे वोटिंग पैटर्न?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कई सीटें ऐसी हैं जो चर्चा का विषय बनी हुई हैं. नई दिल्ली विधानसभा सीट पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि यहां पू्रव सीएम अरविंद केजरीवाल मैदान में हैं. उनके सामने बीजेपी के प्रवेश वर्मा ताल ठोक रहे हैं, जबकि कांग्रेस की तरफ से संदीप दीक्षित मैदान में हैं. इस सीट पर सबसे ज्यादा उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
बुधवार को यहां 56.41 फीसदी मतदाताओं ने वोटिंग की है. राजधानी की कालकाजी सीट पर 54.59 फीसदी वोटिंग हुई है. यहां से दिल्ली की मौजूदा सीएम आतिशी ताल ठोक रही हैं, जिनका मुकाबाल बीजेपी के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से हो रहा है. पटपड़गंज सीट पर अवध ओझा आम आदमी की तरफ से चुनावी दंगल में हैं.
यहां भी बीजेपी और आप के बीच काफी दिलचस्प लड़ाई होने की उम्मीद है. जंगपुरा सीट से पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया मैदान में हैं, जहां 57.42 फीसदी लोगों ने वोट डाला है. ग्रेटर कैलाश सीट पर 54.44 फीसदी मतदान हुआ है. यहां से आप के सौरभ भारद्वाज चुनावी समर में हैं.
सभी के अपने-अपने दावे
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों के अपने-अपने दावे हैं. आम आदमी पार्टी सत्ता में बने रहने का दावा कर रही है तो बीजेपी भी अपने बहुमत की बात कह रही है. साल 2020 के अपेक्षा इस बार वोटिंग प्रतिशत कम रहा. 2020 में 62.59 फीसदी मतदान हुआ था.
इस बार लगभग 60 फीसदी ही चुनाव हो सका. उस समय आप ने 70 में सी 62 सीटें जीत ली थीं. साल 2015 में तो आप ने सबका सूपड़ा साफ करते हुए 67 सीटों प अप्रत्याशित परचम लहराया था. इस बार दिल्ली में कुल 1.56 करोड़ मतदाता हैं.