Vastu Tips: ज़ब भी बाहर कहीं आते – जाते हैँ तो ऐसे संकेत मिलते हैँ जो कि आपको शुभ – अशुभ संकेत देते हैँ। जैसे यदि यात्रा पर जाते समय या घर से बाहर पैरों के नीचे कंकड़ पड़ जाना, आँखों का फड़कना ये सारे अशुभ संकेतों में से एक है। वहीं, आँखों का फड़कना भी बुरे संकेतों में से एक है।
इसके अलावा जाने अनजाने में कुछ ऐसी भी घटनाएं होती हैँ जिसे आप देख लें तो आपको लगने लगता है कि आपके साथ कुछ न कुछ अशुभ होने वाला है। इनमें से एक है शव यात्रा को देखना।
जानते हैँ कि भगवत गीता में कौन सी बातें कहीं गई हैँ?
भगवत गीता में कई सारी बातें बताई गई हैँ जिनके अनुसार जन्म और मृत्यु एक दूसरे में निर्भर करते हैँ। ये दोनों ही जीवन में होने वाली एक तरह से गंभीर परिस्थितियां हैँ, जिसे टालना समझें कि नमुमकिन है। जिसने भी जन्म लिया है उसकी मृत्यु होना तय है। चाहे व्यक्ति हो या जानवर उसकी मौत होना तय है। वहीं, जिसकी भी मौत हुई है वो बदलकर दूसरे रूप में आएगा।
अगर कहीं बाहर जा रहें हों और शव दिख जाए तो इसका क्या होता है मतलब?
ज़ब भी हम बाहर जाते हैँ तो शव यात्रा देख के डर और सहम से जाते हैँ। वैसे शव यात्रा को देखना ज्योतिष यात्रा के अनुसार शुभ है। ऐसे में आगे हम आपको बताते हैँ कि शव यात्रा देखना शुभ क्यों है।
यदि हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार मानें तो मरने के बाद आत्मा जो होती है वो दरअसल परमात्मा में लीन हो जाती है। इसलिए शव यात्रा देखना शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार यदि मानें तो शव यात्रा देखना मंगलमय भी होता है। कहा जाता है कि शव यात्रा देखने से आधे काम भी पूरे हो जाते हैँ। दुखों का नाश होता है और शुभ अवसरों का आगाज होता है।
कहा जाता है कि शव यात्रा ढ़ोल नागाड़े के संग देखना शुभ होता है। ऐसा कहा जाता है कि सारे काम पूरे हो जाएंगे। वहीं, इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि शव यात्रा ज़ब भी देखें तो शिव जी का ध्यान जरूर करें। ऐसा करने से जीवन से जुड़ी सभी दिक्क़तें और परेशानियां दूर हो जाएंगी।