EPFO News: प्राइवेट कर्मचारियों को कितनी सर्विस के बाद मिलेगी 7500 रुपये महीना पेंशन! जानिए अपडेट

EPFO Update: आपकी फैमिली में अगर कोई शख्स पीएफ कर्मचारी (pf employee) है तो फिर किस्मत बहुत अच्छी है. क्या आपको पता है कि भारत में पीएफ कर्मचारियों (pf employee) को रिटायरमेंट के बाद हर महीना पेंशन का फायदा भी मिलता है. पीएफ कर्मचारी (pf employee) संगठन काफी दिनों मिनिमम मंथली पेंशन (minimum monthly pension)  बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. उम्मीद है कि सरकार पीएफ कर्मचारियों (pf employee) को मिलने वाली पेंशन की राशि में इजाफा कर सकती है.

क्या आपको पता है कि पीएफ कर्मचारियों (pf employee) को पेंशन राशि प्राप्त करने के लिए क्या जरूरी शर्तें होती हैं. अगर आप पीएफ कर्मचारी (pf employee) हैं पेंशन का फायदा लेना चाहते हैं तो कुछ जरूरी शर्तें निर्धारित की गई हैं. अगर आप सभी नियमों का पालन नहीं करते हैं तो फिर मंथली पेंशन (monthly pension का फायदा नहीं मिल सकेगा, जिसे जानना बहुत ही जरूरी है.

पेंशन पाने के लिए जरूरी शर्तें

पीएफ कर्मचारी पेंशन पाना चाहते हैं तो पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानना होगा, जहां सब कंफ्यूजन ही खत्म हो जाएगा. पेंशन का फायदा उसी कर्मी को मिलेगा, जिसकी सर्विस मिनिमम 10 साल होनी चाहिए. अगर आपने 10 साल से कम नौकरी की है तो फिर हर महीना पेंशन का लाभ नहीं मिल सकेगा. पेंशन 58 साल के बाद मिलनी शुरू होगी, जो मौका बिल्कुल भी हाथ से ना जाने दें.

सरकार ईपीएस के तहत पेंशन का फायदा देती है. इस योजना को 16 नवंबर 1995 में लॉन्च करने का काम किया गया था. मौजूदा समय में मिनिमम पेंशन राशि 1,000 रुपये है. अधिकतम मासिक पेंशन रासि 7,500 रुपये करने का फैसला लिया जा सकता है.

कैसे बनती पीएफ कर्मचारियों की पेंशन?

क्या आपको पता है कि पीएफ कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12 फीसदी महीने का प्रोविडेंट फंड में योगदान रहता है. इतना ही योगदान पीएफ अकाउंट कंपनी की तरफ से दिया जाता है. इसमें 8.33 फीसदी पेंशन स्कीम में जाता है और 3.67 कर्मचारी के फंड में ट्रांसफर किया जाता है. वर्ष 2014 से केंद्र सरकार ने ईपीएस 1995 के अंतर्गत न्यूनतम पेंशन को 1000 रुपये प्रति महीने रखा गया था.

अब इसे प्रति महीने 7500 रुपये करने का फरमान सुनाया जा सकता है. हालांकि, आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है. जानकारी के लिए बता दें कि देशभर में पीएफ कर्मचारियों की संख्या 7 करोड़ के आसपास है.