नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा 8वे वेतन आयोग को लेकर मंजूरी मिली है। यह मंजूरी मिलने के बाद चर्चा हो रही है कि कैंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होनी है। जानकारी के मुताबिक 7वे वेतन आयोग वाला कार्यकाल 2026 में समाप्त होना है जिसके तुरंत बाद से ही 8वे वेतन आयोग को लागू किया जाना है। 7वे वेतन आयोग को लेकर केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी के साथ उछाल आने लगता है। इसके अलावा पेंशनर्स में काफी रकम की बढ़त देखने को मिली है।
राजस्थान कैडर को लेकर 1982 बैच में आईएएस अधिकारी और भारत के पूर्व सचिव चंद्र गर्ग ने बातचीत की है। उन्होंने आगे बताया कि सरकार अगले वेतन आयोग के अनुसार फिटमेंट फैक्टर को मंजूरी दी जा सकती है। उन्होंने आगे बताया है कि 2.86 प्रतिशत फिटमेंट फैक्टर की उम्मीद मांग हो गई है, जो पूरी तरह से संभव नहीं है।
इस तरह से होता है कैल्कूलेशन
सुभाष चंद्र ने आगे बताया कि फिटमेंट फैक्टर तय करने को लेकर वेतन आयोग 1 जनवरी तक मूल वेतन के साथ महंगाई भत्ते पर विचार करने वाला है। डीए 53 प्रतिशत है। 2026 के दौरान गणना करने को लेकर दो किस्तों की खास जरूरत पड़ जाती है। 2025 को 7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ अनुमान लगाकर 1 जनवरी के साथ डीए लगभग 60 प्रतिशत होने की उम्मीद है।
इन बातों का रखा गया ध्यान
उन्होंने आगे बताया कि 1.6 प्रतिशत के शुरुआत फैक्टर के अलावा पर्सेंटेज इनक्रीज करना निर्धारित है। वेतन आयोग ने 15 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई। ऐसे में बताया गया है कि 1.6 के बेस फेक्टर में लागू होने वाली फिटमेंट फैक्टर 10 से 30 प्रतिशत के बीच होने की उम्मीद है।
इतना फिटमेंट फैक्टर की होगी जरूरत
पूर्व वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि बेस फैक्टर 160 का 20 प्रतिशत लेने को लेकर 32 आसानी से मिलने लगता है। अगर हम 30 प्रतिशत बढ़ोतरी को मानें तो तो कैलकुलेशन से काफी बढ़ोतरी हो जाती है।
शिव गोपाल मिश्रा का लगाया अनुमान
नेशनल काउंसिल आफ जाइंट कंसल्टेटिव मशीनरी वाले सचिव गोपाल मिश्रा ने बताया कि नया वेतन आयोग 2.86 के फिटमेंट फैक्टर पर विचार किया जा सकता है।