EPFO Meeting: केंद्र की मोदी सरकार (modi government) ने नौकरी पेशे वालों को टैक्स फ्री इनकम की राशि बढ़ाकर ऐसी सौगात दी जिससे हर कर्मचारियों के चेहरे पर काफी उत्साह बना हुआ है. मिडिल क्लास (middle class) के लिए बजट में घोषणाओं की झड़ी लगाकर बड़ा फायदा दिया है. क्या आफको पता है कि सरकार की तरफ से अब पीएफ कर्मचारियों (pf employee) को भी बड़ा तोहफा दिया जा सकता है.
सरकार ने मिडिल क्लास (middle class) के लिए जो घोषणा की उससे मार्केट में डिमांड को गति देना भी माना जा रहा है. इसके बाद से उम्मीद है कि सरकार अब पीएफ कर्मचारियों (pf employee) के लिए जमा राशि पर भी ब्याज रेट बढ़ाने का ऐलान किया जा सकता है. 28 फरवरी को होने वाली ईपीएफओ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्ट 4 की मीटिंग में यह फैसला लिया जाना संभव माना जा रहा है. इस मीटिंग में कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी होगी.
बढ़कर मिल सकता ब्याज
केंद्र सरकार (central government) की नजरें अब सबसे ज्यादा नजर बाजार डिमांड को बढ़ाने पर है. इसी को गति देने के लिए सरकार तरह-तरह के प्लान बना रही है. सरकार ने इसी मकसद से नौकरी पेशे वाले की इनकम 12 लाख रुपये सालाना टैक्स फ्री कर दी है. सरकार चाहती है कि लोगों की जब बचत होगी तो इससे घरेलू खपत को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने पर ध्यान देंगे.
अब संभव लगा रहा है कि साल 2024-25 के लिए पीएफ पर मिलने वाले सूद की दर को बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है. बीते दो वर्षों में सरकार की तरफ से ऐसा करने का काम किया गया है. साल 2022-23 में पीएफ का ब्याज रेट बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत करने का फैसला लिया गया था. 2023-24 में इसे बढ़ाकर 8.25 फीसदी किया गया था. अब बैकों के बेस रेट को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दरों को बढ़ाया जा सकता है.
देशभर में कितने पीएफ खाताधारक?
जानकारी के लिए बता दें दि कि ईपीएफओ के पास देशभर में करीब 7 करोड़ से ज्यादा पीएफ खाताधारक हैं. 2023-24 की एनुअल रिपोर्ट की मानें तो पीएफ खाताधारकों की संख्या 7.37 करोड़ थी. इसी तरह ईपीएफओ के पेंशन फंड में पैसा जमा करने वालों की संख्या भी करीब 8 लाख तक पहुंच चुकी है. सरकार पीएफ कर्मचारियों को सालाना ब्याज की रकम देती है.