Free Ration Scheme: फ्री राशन लेने वालों पर बड़ा संकट..! विभाग ने तैयार की यह लिस्ट

Free Ration Scheme: प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत देश में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को जरूरी खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है। हालांकि, कई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि इस योजना का लाभ उठाने वालों में कई अपात्र लोग भी शामिल हैं।

अपात्र लोगों द्वारा मुफ्त राशन पर कब्जा

हाल के दिनों में सरकार को हर राज्य और जिले से शिकायतें मिल रही हैं कि अपात्र लोगों ने पात्र लोगों का राशन हड़प लिया है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जो करदाता हैं लेकिन फिर भी योजना का लाभ उठा रहे हैं। यह एक बड़ी समस्या है, जिसके कारण जरूरतमंद लोग वंचित हो रहे हैं।

फर्जी राशन कार्ड धारकों की पहचान

सरकार ने इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ईकेवाईसी (eKYC for Ration Card Holders) प्रक्रिया शुरू की है। इससे फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठाने वालों की पहचान हो सकेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फर्जी राशन कार्ड धारकों की सूची तैयार की जा रही है।

ऐसे लोगों के राशन कार्ड रद्द किए जाएंगे

एक रिपोर्ट के मुताबिक, करदाता, चार पहिया वाहन मालिक और ऐसे लोग जो जरूरतमंद नहीं हैं, उन्हें इस योजना से बाहर रखा जाएगा। राशन कार्ड रद्द करने (कैंसल फेक राशन कार्ड) की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इससे योजना को सही लाभार्थियों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।

ईकेवाईसी की आखिरी तारीख बढ़ी

सरकार ने राशन कार्ड की ईकेवाईसी करने की तारीख बढ़ा दी है। जिन लोगों ने अभी तक ईकेवाईसी नहीं कराया है, वे तुरंत यह प्रक्रिया पूरी कर लें। नहीं तो उनका राशन कार्ड रद्द किया जा सकता है।

मुफ्त राशन योजना में शामिल नई चीजें

हाल ही में सरकार ने मुफ्त राशन योजना में गेहूं, दाल, चना, चीनी, नमक, सरसों का तेल, आटा, सोयाबीन और मसाले को भी शामिल किया है। लोगों के पोषण स्तर को सुधारने और उनके जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है।

राशन योजना का उद्देश्य

इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना और उन्हें भुखमरी से बचाना है।

सरकार की सख्ती से क्या होगा फायदा?

ईकेवाईसी प्रक्रिया और धोखाधड़ी को रोकने के प्रयासों से जरूरतमंद लोगों को योजना का सही लाभ मिल सकेगा। इससे सरकारी धन का दुरुपयोग रुकेगा और योजना को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकेगा।