नई दिल्लीः मध्य प्रदेश की सरकार (mp government) किसानों और महिलाओं को लेकर काफी एक्टिव है. केंद्र सरकार के साथ-साथ एमपी सरकार (mp government) ने भी किसानों के लिए कुछ योजनाएं शुरू की गई हैं. इन सभी योजनाओं का फायदा किसानों को बड़े स्तर पर मिल रहा है. क्या आपको पता है कि किसान कल्याण एवं मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड के तहत किसानों (farmers) को अनेक सुविधाएं देने का काम किया जा रहा है.
किसानों (farmers) के लए राज्य के दो प्रमुख मंत्रियों की तरफ से किसानों के लिए अलग-अलग तरह से दावे किए गए हैं. इस बीच कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना ने जानकारी दी कि एमपी फार्मगेट ऐप के जरिए से किसान अब अपनी उपज को घर बैठे बेचने का काम कर सकते हैं. राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी बताया की किसानों के अकाउंट में (kisan account) 9682 करोड़ रुपये से अधिक राशि ट्रांसफर कर दी गई है.
किसानों को दी जा रहीं सुविधाएं
मध्य प्रदेश में किसनों को सरकार की तरफ से कई सुविधाएं दी जा रही हैं. सरकार ने किसान कल्याण एवं म.प्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड के तहत किसानों और व्यापारियों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. कृषिक विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना ने जानकारी दी कि एमपी फार्मगेट ऐप के जरिए से किसान अपनी फसल अब घर बैठे बेचने का काम कर सकते हैं.
किसानों को फसल बेचने में अब परेशानी नहीं होगी. फ्लाइंग स्कॉट ऐप के जरिए अवैध व्यापार पर नियंत्रण और गोदामों के निरीक्षण के लिए व्यवस्था करने का काम किया गया है. इसके साथ ही राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना (ई-नाम) कृषि मंडी समितियों से संबंधित उपजों के लिए सूचना और सेवाओं को प्रदान करना होता है.
किसानों को मिलता बंपर फायदा
किया आपको पात है कि किसानों को फल-सब्जी की बिक्री के लिए मंडी प्रांगण के बाहर भी सुविधा दी जा रही है. प्रदेशभर में 259 कृषि उपज मंडी समितियों में से 144 में इलेक्ट्रॉनिक तोल वाले कांटे लगाए गए हैं. मध्य प्रदश के किसानों के लिए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण गोविंद सिंह राजपूत ने चौंकाने वाला दावा कर दिया है.
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा धान उपार्जन के लिए 9682 करोड़ 26 लाख रूपए किसानों के बैंक खातों में भेजे जा चुके हैं. जानकारी के लिए बता दें कि विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के अंतर्गत प्रदेश के 6,69,000 किसानों से धान खरीदी गई। पत्रिका पोर्टल के आधार पर यह आर्टिकल पब्लिश किया गया है.