Haryana News: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। बीकानेर मंडल के 15 स्टेशनों के पुनर्विकास के बाद अब हरियाणा के 7 प्रमुख स्टेशनों को आधुनिक रूप दिया जाएगा। इन स्टेशनों में लोहारू, मंडी आदमपुर, रायसिंहनगर, हांसी, कालांवाली, भट्टू और अनुपगढ़ शामिल हैं। इन स्टेशनों के लिए टेंडर राशि की स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। इस परियोजना के अंतर्गत स्टेशन भवनों का पुनर्निर्माण किया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारतीय रेलवे का उद्देश्य यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करना है। इस योजना के तहत स्टेशन भवनों के अलावा प्लेटफार्म, प्रतीक्षालय, शौचालय, पानी की व्यवस्था, लिफ्ट, एस्केलेटर, और पंफ्लैट जैसी सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा। इसके अलावा, स्टेशनों को सजाने के लिए आधुनिक वास्तुकला, पर्यावरणीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए हरित प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया जाएगा।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य सभी प्रमुख स्टेशनों को स्मार्ट बनाना है, जिससे यात्रियों को सुरक्षा, सफाई और सुविधाओं के मामले में उच्चतम स्तर की सेवा मिल सके। यह परियोजना देशभर के लगभग 1300 रेलवे स्टेशनों पर लागू की जाएगी।
रेलवे मंत्रालय ने इस परियोजना की गति को तेज करने के लिए ठेकेदारी प्रक्रिया में सुधार किए हैं और जल्द से जल्द काम पूरा करने की योजना बनाई है।
अमृत भारत स्टेशन योजना का उद्देश्य न केवल रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण करना है, बल्कि रेलवे के पूरे अनुभव को यात्रियों के लिए सुविधाजनक और आकर्षक बनाना है। इस योजना में कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है:
1. स्मार्ट और आधुनिक सुविधाएं: स्टेशनों पर स्मार्ट क्यू, डिजिटल सूचना बोर्ड, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स, वाई-फाई, और बेहतर सिग्नलिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।
2. सुरक्षा और निगरानी: सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षित रेलिंग्स, और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी ताकि यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।
3. हरित प्रौद्योगिकियाँ: रेलवे स्टेशनों पर सौर ऊर्जा पैनल और वर्षा जल संचयन जैसे पर्यावरणीय उपायों को भी अपनाया जाएगा। इस तरह से ऊर्जा की खपत कम की जाएगी और पर्यावरण को संरक्षित किया जाएगा।
4. उन्नत परिवहन नेटवर्क: स्टेशनों के आसपास परिवहन नेटवर्क को और बेहतर किया जाएगा, जैसे कि बस स्टैंड और टैक्सी सेवा को बेहतर किया जाएगा, ताकि यात्रियों को सफर के दौरान सहूलियत हो।
5. विकलांगता सुलभता: विकलांग यात्रियों के लिए विशेष रूप से सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जैसे रैंप, व्हीलचेयर सुविधाएं, और उनके लिए अलग शौचालय की व्यवस्था।