Astro Tips: पैरों में बांध रखा है काला धागा तो पहले जान लें इस बात को वरना पड़ेगा भुगतना!

Astro Tips: आपने भी देखा होगा कि अक्सर बहुत से लोग हाथ, पैर एवम गले में काला धागा बांधते हैँ। काला धागा बांधना एक प्राचीन और बेहद पुरानी परम्परा है। जो कि आज से नहीं बल्कि सदियों से प्रचलित चली आ रही है। वैसे तो आज भी लोग काले धागे को इसलिए बांधते हैँ क्युंकि ये नजर से बचा के रखे। ऐसे में आज हम आपको काले धागे के बारे में सब कुछ डिटेल में बतायेंगे।

काले धागे का ये है रहस्य?

यदि प्राचीन काल के मान्यता के अनुसार मानें तो काला रंग दरअसल नकरात्मकता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए ज़ब हम काला धागा बांधते हैँ तो ये चारों तरफ से जितनी भी नेगेटिविटी होती है सबको अपनी ओर खींच लेता है। साथ ही बुरी नजर से सुरक्षित रखता है। साथ ही ये भी कहा जाता है कि काला धागा दरअसल शनि का प्रतीक है और इसे पहनने से शनि के प्रकोप से काफी हद तक रक्षा होती है।

जानिए कि काले धागे को लेकर के क्या है वैज्ञानिक आधार

दरअसल, कुछ वैज्ञानिकों का ये मानना है कि काला धागा शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है। साथ ही कुछ लोगों का ये मानना है कि काला धागा बाँधने से शरीर से जुड़ी दिक्क़ते और परेशानियां दूर होती हैँ। साथ ही सेहत में भी लाभ देखने को मिलता है। वहीं, अगर पेट से जुड़ी समस्या रहती है तो ये भी दूर हो जाती है।

संस्कृतिक के हिसाब से भी बेहद महत्वपूर्ण है काला धागा

बात करें अगर काले धागे कि तो ये हमारी परम्पराओं और रीति रीवाजों का भी एक तरह से अहम हिस्सा है। इसे धारण करते हैँ तो सभी बुरी शक्तियाँ और नेगेटिविटी दूर होती जाती है। साथ ही कहा जाता है कि ये परम्परा और संस्कृति को एक साथ जोड़ता है। इसलिए तो आज से नहीं बल्कि बीते काफी समय से काला धागा पहनने का रिवाज़ चला आ रहा है।

काले धागे को पहनें इस तरह से

काले धागे को पहले हनुमान जी में चढ़ा दें फिर इसे 12 गांठ लगा के धारण करते हैँ तो ये बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस विधि से बाँधने से हनुमान जी कि कृपा भी बरकरार रहती है।